इंटक कार्यालय में मनाया गया संविधान दिवस
खरोरा। शनिवार को कार्यालय में इंटक के कार्यकर्ताओं द्वारा संविधान दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, जहां भारतीय संविधान के निर्माता देश के प्रथम कानून मंत्री सिंबल ऑफ नॉलेज भारत रत्न डॉ बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी की छायाचित्र में पुष्पा, माला, गुलाल से तिलक लगाकर दीप प्रज्वलित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कमल बांधे जिला अध्यक्ष रायपुर ग्रामीण इंटक थे। इस शुभ अवसर पर भारतीय संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पठन किया गया
संविधान किसी भी देश में शासन के लिए आधार स्तंभ है देश हित में और जनता की जरूरतों को ध्यान में रखकर संविधान बनाया गया है, कश्मीर से कन्याकुमारी तक हेलो भारत देश में सैकड़ों भाषाएं पहना में खानपान और अन्य विविधताये देखने को मिलता हैं, इसके बावजूद हम सब एक हैं ऐसे में संविधान एक कड़ी हैं जो हर भारतवासी को एक साथ पी रोता है । सिंबल ऑफ नॉलेज बाबासाहेब अंबेडकर जी के जीवन में अनेक कठिनाई आए उनके द्वारा किए गए संघर्ष और दिए गए उपदेश शिक्षित बनो संगठित रहो और संघर्ष करो सफलता निश्चित है।
बांधे द्वारा जन-जन तक संविधान घर-घर सविधान को सार्थक बनाने का अपील किया गया आज का दिन हमारे विचारों दृष्टि और कार्यों में संवैधानिक मूल्यों को समाहित करने और उत्प्रेरक प्रभाव उत्पन्न करने के लिए एक उपयुक्त पर हैं भारतीय संविधान को लिखने वाले महान व्यक्तित्व के धनी डॉक्टर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी को इस देश की जाति वादियों ने स्कूल में बैठकर पढ़ने नहीं दिया गया था उसी भीमराव अंबेडकर ने लंदन इकोनॉमिक्स की 8 वर्ष की पढ़ाई को 2 वर्ष 3 माह में पूरा कर 32 डिग्री हासिल किया था उन्हें 9 भाषा का ज्ञान था भारत के संविधान 2 वर्ष 11 महीना 18 दिन में लिखकर इतिहास रचते हुए देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद शुक्ला जी को 26 नवंबर सन 1949 को सौंपा था जो 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था भारत के संविधान लागू होने पर सभी नागरिकों को समता समानता भाईचारा से जुड़ा शाह मौलिक अधिकारों में समता का अधिकार स्वतंत्रता का अधिकार शोषण के विरुद्ध अधिकार धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार संस्कृति एवं शिक्षा संबंधी अधिकार संवैधानिक उपचारों का अधिकार के साथ आर्टिकल 19 हर तरफ के जुर्म के खिलाफ लड़ाई लड़ने का वह आवाज उठाने का अधिकार देता है अब संविधान की ताकत वह हथियार हैं जो हजारों तोप तलवार से भी बढ़कर हां तो किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है।
जय जय भीम जय जय संविधान इस अवसर पर ठाकुर राम वर्मा, हेमलाल वर्मा, विशाखा राम साहू, राजकुमार कुर्रे , नरेश नायक, सुनील वर्मा, संतोष टंडन, प्रेमलाल कोसरिया, विद्या यादव, श्यामलाल कुर्रे, रमेश वर्मा, डॉक्टर हेमंत वर्मा, मधु कुर्रे, ओम प्रकाश सोनू , अमर कुर्रे, अकबर कुर्रे सहित अधिक संख्या में इंटर कार्यकर्ता एवं आम जनता उपस्थित थे।