छत्तीसगढ़ के अब तक के सबसे बड़े मामले का भंडाफोड़:5 अंतरराज्यीय गिरोह गिरफ्तार, 20 ट्रक बरामद
रायपुर : धोखाधड़ी कर लीज पर लिए गए ट्रकों व चोरी के ट्रकों का फर्जी दस्तावेज तैयार कर खरीदी और बिक्री के छत्तीसगढ़ के अब तक के सबसे बड़े मामले का भंडाफोड़ रायपुर पुलिस ने किया है। ट्रकों का फर्जीवाड़ा व चोरी कर क्रय-विक्रय करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के अन्य 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में पुलिस ने पूर्व में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था अब तक इसमें कुल 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मामले में पुलिस ने अब तक 40 ट्रकों को जब्त किया है
यह गिरोह द्वारा नागालैण्ड, अरूणाचल प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों के परिवहन विभाग के आर.टी.ओ. एजेण्ट से मिली भगत कर फर्जी दस्तावेज तैयार किया जाता था। यह गिरोह बिहार, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों में सक्रिय रह कर घटना को अंजाम दे रहे थे। गिरोह द्वारा ट्रकों को लीज पर लेकर उनका फर्जी दस्तावेज तैयार कर, काट-फिट व डेटिंग पेटिंग कर, चेचिस नम्बर बदलकर विक्रय किया जा रहा था। एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की टीम द्वारा विभिन्न राज्यों में छापेमारी व पता तलाश कर अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और 40 ट्रकों को बरामद किया गया।
गिरफ्तार 05 आरोपियों से 20 नग ट्रक, घटना से संबंधित नगदी रकम 7 लाख 50 हजार रूपये, 01 नग वोक्स वैगन कार, एक लैपटॉप, 08 नग मोबाइल फोन जिसकी कीमत लगभग 5 करोड़ 45 लाख रूपए सहित अन्य सामग्री जब्त किया गया। मामले के गिरफ्तार कुल 11 आरोपियों के कब्जे से 40 नग ट्रक, नगदी रकम सहित अन्य मशरूका जुमला कीमती लगभग कुल 11 करोड़ रूपए जब्त किया गया है।
रायपुर पुलिस की कार्यवाही के मद्देनजर उत्तर प्रदेश व बिहार से विभिन्न ट्रांसपोटर्स द्वारा स्वयं के ट्रक के पतासाजी व बरामदगी के लिये सम्पर्क किया जा रहा है।आरोपियों के विरूद्ध खमतराई थाना में अपराध क्रमांक 988/22 धारा 406, 420, 467, 468, 471, 120बी भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, खमतराई थाना में उत्तर प्रदेश निवासी प्रार्थी अनुज कुमार सिंह द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह ट्रांसपोर्टिंग का व्यवसाय करता है दिनांक 15.10.2022 को पटना बिहार निवासी ट्रांसपोर्टर नागेन्द्र कुमार सिन्हा द्वारा प्रार्थी की उक्त वाहन को 80,000/- रूपये प्रतिमाह किराया पर परिचालन करने का एग्रीमेन्ट कर वाहन को अपने पास रखकर वाहन का परिचालन किया जा रहा था। इसी दौरान दिनांक 14.11.2022 के शाम किसी शेख मकसूद निवासी बिलासपुर द्वारा प्रार्थी को फोन कर उसके ट्रक वाहन के संबंध में पूछा गया जिस पर प्रार्थी द्वारा ट्रक वाहन को ट्रांसपोर्टर एन.के. सिन्हा द्वारा परिचालन करना बताया गया। शेख मकसूद द्वारा प्रार्थी को बताया गया कि भनपुरी स्थित यार्ड मालिक उपेन्द्र शर्मा उसे प्रार्थी की उक्त ट्रक वाहन को बेचने हेतु दिखाया है शेख मकसूद द्वारा वाहन के दस्तावेज मांगने पर यार्ड मालिक उपेन्द्र शर्मा द्वारा आनाकानी करने पर शेख मकसूद को शक होने पर ट्रक के चेचीस नम्बर से डिटेल निकालकर प्रार्थी को उसके द्वारा सूचित किया गया।
उक्त सूचना पर प्रार्थी द्वारा दिनांक 16.11.2022 को रायपुर आकर भनपुरी स्थित उपेन्द्र शर्मा के यार्ड जाकर देखा गया तो प्रार्थी के वाहन टाटा मोटर्स क्रमांक यू पी 54 टी 9806 का डेंटिंग पेटिंग कर गाड़ी का हुलिया बदल दिया गया था, वाहन के डाला को काटकर लगभग आधा कर दिया गया था, नंबर प्लेट बदल दिया गया था एवं वाहन के चेचिस नम्बर से छेड़खानी व कूटरचित करते हुए उसे भी बदल दिया गया था। प्रार्थी के द्वारा उक्त वाहन के गाड़ी के टायर, केबिन, पीछे के डाला, रेडियम इत्यादि को देखकर अपनी गाड़ी का पहचान किया गया। प्रार्थी द्वारा उक्त वाहन के संबंध मे यार्ड मालिक उपेन्द्र शर्मा से पूछताछ करने पर यार्ड मालिक उपेन्द्र शर्मा द्वारा ट्रक वाहन को गाड़ी को अशोक अग्रवाल, सुब्बू काजी उर्फ सोनू खान से खरीदना बताया। इस प्रकार ट्रांसपोर्टर नागेन्द्र कुमार सिन्हा, भनपुरी स्थित यार्ड मालिक उपेन्द्र शर्मा, अशोक अग्रवाल, सुब्बू काजी उर्फ सोनू खान द्वारा षडयंत्र कर कूटरचित कर प्रार्थी के साथ धोखाधड़ी किया गया है कि रिपोर्ट पर आरोपियों के विरूद्ध थाना खमतराई में अपराध पंजीबद्ध किया गया।
इस मामले में पुलिस ने पूर्व में 06 आरोपी उपेन्द्र शर्मा, अशोक अग्रवाल, शहाबुद्दीन अहमद काजी उर्फ सब्बू काजी उर्फ सोनू खान, राजेश यदु उर्फ ओमप्रकाश, नारायण दास रोहरा एवं सत्येन्द्र कुमार को गिरफ्तार कर आरोपियों के कब्जे से कुल 20 ट्रक जुमला कीमत लगभग 5 करोड़ बीस लाख रूपए जब्त किया गया था। गिरफ्तार आरोपियों से घटना में संलिप्त अन्य आरोपियों के संबंध में पूछताछ करने पर आरोपियों द्वारा प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपियों के संबंध में जानकारी दी गई। जिस पर पुलिस टीम ने प्रकरण में संलिप्त कुल 05 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 20 नग ट्रक कीमती लगभग 5,20,00,000/- घटना से संबंधित नगदी रकम 7,50,000/- रूपए , 01 नग वोक्स वैगन कार क्रमांक बी आर/01/एफ टी/8380, 01 नग लैपटॉप, 08 नग मोबाइल फोन जुमला कीमती लगभग 5,45,00,000/- रूपए तथा ट्रकों का आर.सी.बुक, सहमति पत्र, कागजात एवं हिसाब-किताब का रजिस्टर व डायरी जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई।
मामले में इस प्रकार और भी वाहनों को फर्जी तरीके से बिक्री किये जाने की सूचना पर टीम के द्वारा पता तलाश की जा रही है इसमें संलिप्त अन्य फरार आरोपियों की भी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के प्रयास किये जा रहे है।
गिरफ्तार आरोपी-
01. नागेन्द्र कुमार सिन्हा पिता स्व. इन्द्रज बहादुर सिन्हा उम्र 64 साल निवासी सोहगी गोड़, गोल्ड़न कड़ी रेस्टोरेंट के उपर पटना बिहार।
02. सिद्धांत कुमार सिंग पिता स्व. राजबीर सिंग उम्र 23 साल निवासी बंडोहपर थाना गौड़ीचक पटना बिहार।
03. चरणजीत सिंग पिता महेन्द्र सिंग उम्र 38 साल निवासी अशोक चौक राममनोहर लोहिया लाईब्रेरी के पास प्लाट नंबर 201 नागपुर महाराष्ट्र।
04. गिरीश कोटवानी पिता अनिल कोटवानी उम्र 22 साल निवासी आदर्श कालोनी हीराबाई प्लाट अकोला महाराष्ट्र।
05. अवनीन्द्र सिंह उर्फ मधुर पिता जे.पी.सिंह उम्र 45 साल निवासी प्रताप विला पुरानी बस्ती कोहका थाना सुपेला जिला दुर्ग।