राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कलेक्टर को क्यों कहा घूसखोर..भाजपा का सनसनीखेज आरोप..मंत्री अपने परिजनों की जमीन बचाना चाहते हैं..
छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल आज फिर चर्चा में रहे. उनका एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वे प्रशासनिक अधिकारियों पर जमकर बरसते दिख रहे हैं. अग्रवाल ने यहां तक कह दिया कि कलेक्टर कलेक्टरी करने आया है कि घूसख़ोरी. अग्रवाल यही नही रूके और उन्होंने एसडीएम से लेकर अन्य अधिकारियों की खासी क्लॉस ली. उन्होंने कहा कि ‘बहुत हो गया, कोई अपने को कितना भी पावरफुल अधिकारी समझता हो, मेरे विधानसभा क्षेत्र में किसी की गुंडागर्दी नहीं चलने दूंगा.
दरअसल, ये मामला कोरबा जिले के भिलाई खुर्द का है, जिसे मंत्री ट्रांसपोर्ट नगर बनाना चाहते हैं, लेकिन सड़क किनारे राखड़ का पहाड़ खड़ा कर दिया गया है. इससे नाराज मंत्री और क्षेत्र के विधायक जयसिंह अग्रवाल ने मौके पर एडिशनल कलेक्टर, एसडीएम तहसीलदार और नगर निगम आयुक्त की क्लास लगाई और सभी फाइल मौके पर देखी. इसे जयसिंह अग्रवाल ने नियम के खिलाफ बताया है. उन्होंने जिला कलेक्टर की जानकारी मांगी तो एडिशन कलेक्टर ने बताया कि कलेक्टर छुट्टी पर हैं. इस पर मंत्रीजी भड़क गए. उन्होंने कलेक्टर को शिफट करवाने तक की चेतावनी दे डाली.
नाराज मंत्री जयसिंह अग्रवाल यही नही रूके. उन्होंने तुरंत मुख्य सचिव अमिताभ जैन को कॉल कर दिया और कलेक्टर की छुट्टी की जानकारी मांगी. उन्होंने मुख्य सचिव को बताया कि कलेक्टर को छुट्टी पर भेजा था, लेकिन वो गायब हो गया है. एडिशनल कलेक्टर बोलता है कि छुट्टी पर हैं, बिना मुख्यालय में जानकारी दिए अधिकारी नहीं जा सकता है. ये तो गलत तरीका है, ये लोग पूरा गचमच कर दिए हैं. जयसिंह अग्रवाल इतने गुस्से में थे कि उन्होंने कहा कि बहुत हो गया, कोई अपने को पावरफुल अधिकारी समझता हो, मेरे विधानसभा क्षेत्र में किसी की गुंडागर्दी चलने नहीं दूंगा.
दरअसल मंत्रीजी कोरबा में सरकारी जमीन पर राखड़ डंप से नाराज थे. उनका कहना था कि यह रिहायशी इलाका है, सामने स्कूल है, बाजू से नेशनल हाइवे है, ऐसे में यहां औदयोगिक राखड़ डालकर इलाके को प्रदूषित किया जा रहा है. महिला एसडीएम ने जब कहा कि इसकी पर्यावरण विभाग ने अनुमति दे दी है तो मंत्रीजी ने कहा कि मेरे घर की अनुमति दे देगा तो क्या राखड़ मेरे घर पर भी डाल दोगे. मंत्रीजी का आरोप है कि अधिकारी सरकारी जमीन पर कब्ज़े के खेल में शामिल हैं!
इधर मंत्री का वीडियो वायरल होने पर पूर्व मंत्री और भाजपा प्रवक्ता राजेश मूणत ने जमकर तंज कसा है। बोले, यह है छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल! अधिकारियों के साथ इनका वार्तालाप सुनिए। सैंया भए कोतवाल अब डर काहे का. आपकी स्वीकारोक्ति का स्वागत है कि कांग्रेस सरकार में अधिकारी भ्रष्ट हैं. हालांकि भाजपा प्रवक्ता केदार गुप्ता ने महीनों पहले बयान दिया था कि कांग्रेस शासन के मंत्री जयसिंह अग्रवाल सदैव सत्ता की आंख खोलने का प्रयास करते हैं. उनके द्वारा पहले भी भूपेश बघेल सरकार के भ्रष्टाचारों को सभी के संज्ञान में लाया गया था.
परिजनों की जमीन बचाने की कवायद कर रहे हैं मंत्री
भारतीय जनता पार्टी के पार्षद आलोक दुबे ने सोशल मीडिया में कुछ कागजात डालकर बयान देकर मामले को नया मोड़ दे दिया है. उन्होंने टिवटर करते हुए लिखा कि ‘छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, जो इस वीडियो में भड़क रहे हैं, पर उसके पीछे मुख्य कारण यह है कि वर्तमान ट्रांसपोर्ट नगर, जो प्रस्तावित है, उनके परिजनों की लगभग 9.102 हेक्टेयर जमीन फंसी हुई है, उस पर यह ट्रांसपोर्ट नगर बनवाने के लिए अड़े हुए हैं जबकि अधिकारी इसमें समय लेना चाह रहे हैं।
जैसा दुर्ग, वैसा कोरबा
आपको आश्चर्य होगा कि जिस तरह भाजपा के लिए दुर्ग जिला सरदर्द बन गया है, उसी तरह कांग्रेस के लिए कोरबा जिला टेढ़ी खीर साबित होता जा रहा है. दरअसल कोरबा कांग्रेस के धुरंधर नेताओं का शहर हो चुका है. जयसिंह अग्रवाल विधायक और मंत्री हैं. इसके अलावा महंत दंपत्ति का भी यहां दबदबा बना हुआ है. डॉ.चरणदास महंत फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष हैं और उनकी पत्नी ज्योतसना महंत लोकसभा सांसद बन चुकी हैं. इसलिए सभी नेताओं की वर्चस्व की लड़ाई में सरकार, पार्टी और प्रशासन बुरी तरह पिस रहे हैं. जिस तरह भाजपा दुर्ग का अब तक साल्युशन नही ढूंढ़ सकी, उसी तरह कांग्रेस के लिए भी कोरबा को साधना मुश्किल होता जा रहा है. उपर से जयसिंह अग्रवाल के बागी तेवर सबके धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं.