राज्यपाल को अपने पद से अलग हो जाना चाहिए – मंत्री टीएस सिंहदेव
रायपुर। आरक्षण बिल रोके जाने के खिलाफ मंगलवार को कांग्रेस ने राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान से जन अधिकार महारैली निकाली। कांग्रेस की इस महारैली में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, मंत्री-विधायक सहित कई बड़े नेता शामिल हुए। वहीं मंच से मुख्यमंत्री, मंत्री-विधायक समेत कर कांग्रेस नेताओं ने आरक्षण बिल पर भाजपा पर जमकर निशाना साधा और राज्यपाल पर टिप्पणी की। महारैली में प्रदेशभर के जिले से भारी संख्या में लोग शामिल होने पहुंचे हैं। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि राज्यपाल विधानसभा से कैबिनेट से सर्वसम्मति से पारित किए हुए निर्णय पर अगर निर्णय नहीं ले पा रही हैं तो उन्हें अपनी जिम्मेदारी के पद से अलग कर लेना चाहिए। छत्तीसगढ़ के साथ में अन्याय नहीं होना चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और रविंद्र चौबे ने कहा है कि यदि वे निर्णय नहीं ले पा रही हैं तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए। कांग्रेस विधायक संतराम नेताम आदिवासी नेता विधायक ने कहा की केंद्र सरकार के कथनी और करनी में अंतर है, आदिवासियों को बरगलाने का काम किया। आदिवासियों का आरक्षण 32 से आज 20 कर दिया गया।
उन्होंने राज्यपाल से मांग की है कि आदिवासियों के आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर क्यों नहीं करती, ये भाजपा के संरक्षण में हो रहा है। भाजपा नहीं चाहती की आदिवासी आगे आए। 15 साल आदिवासियों का दामन किया है। आज भाजपा धर्मांतरण का मुद्दा बनाकर बहाना कर रही।
इससे पहले पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, हमारे नेताओं ने संविधान बनाया और आरक्षण की व्यवस्था की। हमारी सरकार ने विधानसभा के विशेष सत्र में हर वर्ग को आरक्षण दिया। भाजपा ने आरक्षण को रोकने का काम किया।