केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रैली में उमड़ी भीड़इन सबके बीच पूर्व आईएएस ओ.पी.चौधरी और विकास महतों की जोड़ी का बड़ा कमाल
कोरबा । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रैली में उमड़ी भीड़ को देखने के बाद इस आयोजन को बीजेपी बड़ी सफलता मान रही हैं। अमित शाह की इस रैली के लिए पूरा संगठन लगा हुआ था, लेकिन इन सबके बीच पूर्व आईएएस ओ.पी.चौधरी और विकास महतों की जोड़ी ने भी बड़ा कमाल किया, जिससे गदगद होकर अमित शाह कोरबा से वापस दिल्ली लौटे। वहीं राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम मेें मंच पर पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक चावलानी का हाथ पकड़कर अमित शाह द्वारा झटकारने का विडियों भी काफी तेजी से वायरल हो रहा हैं।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में भले ही अभी 11 महीने का वक्त बचा हैं, लेकिन अमित शाह ने शनिवार को कोरबा दौरे पर आकर चुनावी शंखनाद जरूर कर दिया हैं। अमित शाह के पूरे कार्यक्रम पर गौर करे तो जैसे ही केंद्रीय गृहमंत्री का कोरबा दौरे का प्रोटोकॉल जारी हुआ, संगठन अलर्ट मोड पर आ गया। शॉर्ट नोटिस पर जारी हुए इस प्रोटोकॉल को लेकर सभी को जवाबदारियां सौपी गयी। बताया जा रहा हैं कि अमित शाह के दौरे की तैयारियों और कार्यक्रम की रूपरेखा की कमान संगठन के दिशा निर्देश पर ओ.पी.चौधरी ने संभाल रखी थी। लिहाजा ओ.पी.चौधरी ने 3 दिन से कोरबा में ही डेरा डाल रखा था। उधर आम सभा स्थल पर पंडाल और मंच की पूरी जवाबदारी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विकास महतों को सौंपा गया था।
50 हजार की भीड़ जुटाने के साथ ही उतनी ही भीड़ के लिए 48 घंटे में विशाल पंडाल बनाना एक बड़ी चुनौती थी। बावजूद इसके बीजेपी के इन दोनों युवा नेताओं ने दिन-रात एक कर दिया। विकास महतों ने समय पर मंच और पंडाल तैयार करवाने के साथ ही,कोरबा विधानसभा सहित कटघोरा विधानसभा के अधिकांश इलाको तक अपनी पहुंच बनाकर आम लोगों को रैली तक पहुंचाने में ऐड़ी-चोटी का जोर लगा दिया गया। वही 7 जनवरी को अमित शाह के कोरबा पहुंचने के बाद मंच की जिम्मेदारी ओ.पी.चौधरी ने संभालते हुए पूरे कार्यक्रम को शानदार तरीके से संपन्न कराया गया। अमित शाह के इस शॉर्ट नोटिस में आयोजित विशाल रैली में 30 हजार से अधिक पब्लिक की भीड़ देखने के बाद अमित शाह भी गदगद होकर वापस दिल्ली लौटे हैं।
जब अमित शाह ने पूर्व जिलाध्यक्ष का हाथ झटकारते हुए कर दिया पीछे…….
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की सभा मे बीजेपी संगठन के पदाधिकारियों द्वारा महामाला से अमित शाह का स्वागत किया गया। इस दौरान मंच पर महामाला के साथ प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव, ओम माथुर, नितीन नबीन,जिलाध्यक्ष डॉ.राजीव सिंह, विकास महतों, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक चावलानी, जोगेश लांबा, लखन देवांगन मौजूद थे। वायरल विडियों में देखा जा सकता हैं कि जैसे ही महामाला अमित शाह को पहनाया गया, मंच से अमित शाह हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन कर रहे थे। इसी बीच पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक चावलानी अमित शाह के चेहरे के सामने हाथ ले जाकर लहराने लगे। वहीं कई नेता फोटो फ्रेम मेें आने के लिए अमित शाह के और नजदीक आ गये। ये बात अमित शाह को नागवार गुजरी और उन्होने बीच कार्यक्रम में ही अशोक चावलानी का एक नही दो-दो बार हाथ पकड़कर नीचे करने के बाद पीछे हटा दिया। अमित शाह की नाराजगी को देखते ही बगल में खड़े पूर्व महापौर जोगेश लांबा और पूर्व विधायक लखनलाल देवांगन तुरंत दो-दो कदम पीछे हटकर दूरी बनाते नजर आये। सोशल मीडिया पर अब इस विडियों को जमकर वायरल किया जा रहा हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री के कोरबा दौरे की शॉर्ट नोटिस के बाद भी बीजेपी ने अपनी मजबूत तैयारी कर रखी थी। 7 जनवरी को दोपहर 2ः45 बजें अमित शाह के पहुंचने का समय तय था। लेकिन दोपहर 1 बजकर 40 मिनट तक सभा स्थल की 90 फीसदी कुर्सियां खाली ही थी। सूत्रों की माने तो मंच से हर 15 मिनट पर सभा स्थल का फोटोग्राफ झारखंड भेजकर अपडेट किया जा रहा था। लेकिन 2 बजते तक लोगों का कार्यक्रम स्थल पर पहुंचना शुरू हो गया और 3 बजें तक सभा स्थल की 98 फीसदी कुर्सिया भर गयी। सभा स्थल पर भीड़ देखने के बाद बीजेपी नेताओं के माथे से चिंता लकीरे मिट सकी। वही बताया यह भी जा रहा हैं कि अमित शाह की इस रैली को लेकर एक बार फिर पार्टी में स्थानीय स्तर पर गुटबाजी सामने आयी हैं, जिसकी रिपोर्ट अमित शाह के कोरबा पहुंचने से पहले ही झारखंड और दिल्ली पहुंचने की बात बताई जा रही हैं।