
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रायपुर पहुंचे जहां उन्होंने छत्तीसगढ़ को 7000 करोड़ रूपए से ज्यादा की सौगात दी। पीएम मोदी ने आज कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया और बयानों की झड़ी लगा दी। पीएम ने सबसे पहले अंबिकापुर बस हादसे में मृतकों को श्रद्धांजलि दी। पीएम ने कहा – आज सुबह यहां रैली में आ रहे छत्तीसगढ़ की तीन संतानों की एक बस हादसे में दुःखद मृत्यु हो गई। इस हादसे में कुछ लोग जख्मी भी हुए हैं। जिनका निधन हुआ है मैं उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं और जो लोग जख्मी हुए हैं, उनके इलाज में भी हरसंभव मदद की जा रही है।
पीएम मोदी ने इसके बाद छत्तीसगढ़ की जनता को छत्तीसगढ़ी में संबोधित किया और कहा – छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया। पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ महतारी, दंतेश्वरी माता और मां बम्लेश्वरी का भी जयकारा लगाया। छत्तीसगढ़ वह राज्य है, जिसके निर्माण में भाजपा की प्रमुख भूमिका रही है। भाजपा ही छत्तीसगढ़ के लोगों को समझती है, उनकी जरूरतों को जानती है। आज यहां 7,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। छत्तीसगढ़ के विकास के सामने एक बहुत बड़ा पंजा दीवार बनकर खड़ा हो गया है। ये कांग्रेस का पंजा है, जो आपसे आपका हक छीन रहा है। इस पंजे ने ठान लिया है कि वह छत्तीसगढ़ को लूट-लूट कर बर्बाद कर देगा।
गंगा जी की झूठी कसम खाने का पाप कांग्रेस ही कर सकती है। गंगा जी की कसम खाकर इन्होंने एक घोषणा-पत्र जारी किया था और उसमें बड़ी-बड़ी बातें की थी। लेकिन आज उस घोषणा-पत्र की याद दिलाते ही कांग्रेस की याददाश्त ही चली जाती है। छत्तीसगढ़ से 36 वादे जो कांग्रेस ने किए थे, उसमें एक ये था कि राज्य में शराब बंदी की जाएगी। 5 वर्ष बीत गए, लेकिन सच ये है कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में हजारों करोड़ का शराब घोटाला कर दिया है और इसकी पूरी जानकारी अखबारों में भरी पड़ी है। कांग्रेस पार्टी के लिए छत्तीसगढ़ एक एटीएम की तरह है।
पीएम मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का फार्मूला तय हुआ लेकिन वो भी नहीं किया गया। Coal माफिया, Sand माफिया, Land माफिया… न जाने कैसे-कैसे माफिया यहां फल-फूल रहे हैं। यहां सूबे के मुखिया से लेकर तमाम मंत्रियों और अधिकारियों तक पर घोटाले के गंभीर से गंभीर आरोप लगते रहे हैं। आज छत्तीसगढ़ सरकार, कांग्रेस के करप्शन और कुशासन का मॉडल बन चुकी है।
कांग्रेस के कोर-कोर में करप्शन है। करप्शन के बिना कांग्रेस सांस भी नहीं ले सकती है। करप्शन, कांग्रेस की सबसे बड़ी विचारधारा है। जिनके दामन दागदार हैं, वे आज एक साथ आने की कोशिश कर रहे हैं। जो एक-दूसरे को पानी पी-पीकर कोसते थे, वे आज साथ आने के बहाने खोजने लगे हैं। देश के हर भ्रष्टाचारी को एक बात कान खोलकर सुन लेनी चाहिए। वो अगर भ्रष्टाचार की गारंटी है, तो मोदी भ्रष्टाचार पर कार्रवाई की गारंटी है।
ये लोग मेरे पीछे पड़ेंगे, मेरी कब्र खोदने की धमकी देंगे, मेरे खिलाफ साजिशें रचेंगे। लेकिन उन्हें पता नहीं है, जो डर जाए वह मोदी नहीं हो सकता है। अपने कुशासन और भ्रष्टाचार के दाग को कांग्रेस अब झूठी गारंटियों से छिपाने की कोशिश कर रही है। आपको ऐसी झूठी गारंटियों से बहुत सतर्क और सावधान रहने की ज़रूरत है। ये भाजपा है जो असली गारंटी देती है, जो वादा करती है, उसे पूरा करके दिखाती है।
छत्तीसगढ़ को दी इन विकास कार्यों की सौगात
पीएम मोदी ने कहा – छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा में आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण और बहुत बड़ा है। आज छत्तीसगढ़ को 7,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उपहार मिल रहा है। ये उपहार इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए है, कनेक्टिविटी के लिए है। ये उपहार छत्तीसगढ़ के लोगों का जीवन आसान बनाने के लिए है, यहां की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए है।
भारत सरकार के इन प्रोजेक्ट्स से यहां रोजगार के अनेकों नए अवसर भी बनेंगे। यहां के धान किसानों, खनिज संपदा से जुड़े उद्यमियों और टूरिज्म को भी इन प्रोजेक्ट्स से बहुत लाभ मिलेगा। सबसे बड़ी बात यह है कि इनसे आदिवासी क्षेत्रों में सुविधा और विकास की नई यात्रा शुरू होगी। भारत में हम सभी का दशकों पुराना अनुभव यही है कि जहां इंफ्रास्ट्रक्चर कमजोर रहा, वहां विकास भी उतनी ही देरी से पहुंचा। इसलिए आज भारत उन क्षेत्रों में अधिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर रहा है, जो विकास की दौड़ में पीछे रह गए हैं।
इंफ्रास्ट्रक्चर यानी लोगों के जीवन में आसानी, इंफ्रास्ट्रक्चर यानी व्यापार कारोबार में आसानी, इंफ्रास्ट्रक्चर यानी रोजगार के लाखों नए अवसरों का निर्माण, और इंफ्रास्ट्रक्चर यानी तेज विकास। गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासियों की बस्तियों को आज ये सड़कें और रेल लाइनें जोड़ रही हैं। इन दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले मरीजों को, माताओं-बहनों को आज अस्पताल पहुंचने में सुविधा हो रही है। आज छत्तीसगढ़ 2-2 इकोनॉमिक कॉरिडोर से जुड़ रहा है। रायपुर-धनबाद इकोनॉमिक कॉरिडोर और रायपुर-विशाखापट्टनम इकोनॉमिक कॉरिडोर इस क्षेत्र का भाग्य बदलने वाले हैं।