आरंग। ग्राम देवरी में श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ के कथा में ग्राम गुल्लू से पधारे भागवताचार्य श्रीचंदन उपाध्याय जी ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण ही मानव जीवन के उद्धार की सीढ़ी है। शर्त सिर्फ इतनी है कि श्रोता कितनी गहरी श्रद्धा है और उनका विश्वास अपने श्रद्धेय ईश्वर के प्रति कितना अधिक है। ईश्वर का नाम ही इस कली काल में भवसागर से तारने का महामंत्र है और यह मनुष्य जीवन भाव सागर से उतारने के लिए नरतन एक नाव है।
कथा के अंतर्गत भगवान- विष्णु ने नरसिंह अवतार लेकर दैत्यों के राजा हिरण्यकश्यप का संहार किया और भक्त प्रहलाद को अपने गोदी में बिठाया इस दृश्य का सुन्दर झाँकी दिखाया गया। कार्यक्रम के आयोजक एवं मुख्य अतिथि दिनेश चंद्राकर उपसरपंच ग्राम पंचायत देवरी एवं उनके परिवार व समस्त ग्रामवासी देवरी के भक्त गणों द्वारा भागवत भगवान के आरती के साथ कथा का आनंद लिए।