आयुर्वेदिक दवा के नाम पर पूरे प्रदेश में बेची जा रही नकली आयुर्वेदिक दवाईया
रायपुर. आयुर्वेदिक दवा के नाम पर पूरे प्रदेश में बेची जा रही नकली आयुर्वेदिक दवा वाताहरी वटी की 19 बोरियां चोर चुरा ले गए। इन बोरियों को ड्रग विभाग ने 2 फरवरी को जब्त किया था। घटना शुक्रवार रात की बताई जा रही है। चोरी की इस घटना से ड्रग विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के होश उड़ गए। विभाग ने शनिवार को कोतवाली पुलिस को चोरी की सूचना दी। पुलिस देर रात तक चोरों की तलाश में लगी रही। बाद में कुछ महिलाओं को संदेह के आधार पर पकड़ा गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। उल्लेखनीय है कि ड्रग विभाग की टीम ने 2 फरवरी को रायपुर और बलौदाबाजार में छापा मारकर 10 करोड़ की नकली आयुर्वेदिक वाताहरी वटी जब्त किया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस की इस कार्यवाही की सभी जगह तारीफ की जा रही है पुलिस ने बड़ी मुस्तैदी से नकली दवाओं की जप्ती का सबूत जो चोरी हो चूका था सक्रिय भूमिका निभा के पकड़ा। पुलिस दोपहर के बाद प्रेस कांफ्रेंस करके बड़ा खुलासा करेगी।
बताए अनुसार चोरी गया माल ड्रग विभाग ने जब्त किया था। एक बोरी में 50 से ज्यादा छोटे-छोटे डिब्बे थे और इन डिब्बों में वाताहरी वटी की छोटे-छोटे डिब्बे रखे गए थे। पूरी घटना आधी रात को विभाग में हुई। सीसीटीवी में कुछ महिलाएं बोरी ले जाते हुए दिखी, जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और कुछ महिलाओं को पकड़कर पूछताछ की जा रही है।
मिलीभगत तो नहीं…
करोड़ों की नकली दवा के मामले में जब्त दवा बड़ी सबूत है इसके चोरी होने से मामले में आरोपियों के खिलाफ केस कमजोर होगा। एक दवा व्यवसायी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि जब्त दवाओं की चोरी ड्रग विभाग के अफसरों-कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही ना होकर नकली दवा बेचने वालों के साथ मिलीभगत है पुलिस को कड़ाई से पूछताछ कर सच्चाई लाने की आवश्यकता है । जब्त दवा के आधार पर ही नकली दवा बनाने और बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई संभव हो सकेगी लेकिन सबूत ही नहीं रहेगा तो कार्रवाई कैसे होगी। पुलिस को इस चोरी को लेकर गंभीरता से जांच करनी चाहिए ताकि चोरी के पीछे किसी तरह की मिली भगत का पर्दाफाश हो सके।