चली लंबी पड़ताल के बाद आखिरकार DRM की बेटी का चोरी हुआ जूता मिला, जाने पूरा मामला
बरेली कई दिनों तक चली लंबी पड़ताल के बाद आखिरकार बरेली जीआरपी पुलिस ने करीब एक महीने बाद डीआरएम की बेटी के ट्रेन से चोरी हुए कीमती जूते ढूंढ निकाले हैं. ओडिशा के संबलपुर के डीआरएम विनीत सिंह की बेटी मानवी सिंह के कीमती जूते लखनऊ मेल एक्सप्रेस से चोरी हो गए थे. डीआरएम की बेटी के कीमती जूते की जांच के लिए राजकीय रेलवे पुलिस , रेलवे सुरक्षा बल और इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन महीने भर से लगी हुई थी. आखिरकार महीने भर बाद पुलिस ने एक महिला की पहचान की और उससे चोरी हुए जूते बरामद किए.
लखनऊ मेल से रेलवे अधिकारी की बेटी के जूता चोरी मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। तीन एजेंसियों की एक माह से अधिक लंबी चली जांच में संदिग्ध का पता लगालिया है। पुलिस का कहना है कि संदिग्ध ने अपनी गलती मान ली है। ईस्ट कोस्ट रेलवे में डिवीजनल रेल मैनेजर की ओर से बेटी के जूते चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। इस मामले में गवर्नमेंट रेलवे पुलिस , रेलवे सुरक्षा बल और इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन की ओर से जांच शुरू की गई। करीब महीने भर चली जांच में एक महिला का पता चला, जो कथित तौर पर लखनऊ मेल से गलती से डीआरएम की बेटी के जूते पहनकर उतर गई थी। रेलवे की ओर से जूता खोजने के लिए की गई कार्रवाई पर अब रेलवे से सवाल भी किए जाने लगे हैं। सामान्य यात्रियों के महंगे सामान चोरी होने के मामले में भी कार्रवाई नहीं हो पाती है।
जीआरपी के अनुसार डिवीजनल रेलवे मैनेजर विनीत सिंह ने 5 जनवरी को ओडिशा के संभलपुर में अपनी बेटी की ओर से चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में डीआरएम ने कहा था कि चार जनवरी को लखनऊ मेल के एसी कोच से उसकी बेटी के 10,000 रुपये के जूते चोरी हो गए हैं. इस शिकायत में उन्होंने बताया था कि बेटी उनकी बरेली स्टेशन पर उतरी है, इसलिए इस मामले की जांच जीआरपी (बरेली) के पास भी गई.
फिर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जीआरपी ने महिला को तलाशने की कोशिश की लेकिन फिर महिला का पता नहीं चला. जीआरपी को पता चला कि एक महिला डीआरएम की बेटी के कोच में ही बैठी हुई थी. इसी के आधार पर फिर पुलिस महिला की तलाश में जुट गई. आखिरकार फिर पुलिस ने महिला को हिरासत में लिया औरपूछताछ में महिला ने गलती से जूते पहनने की बात स्वीकार की है. वहीं पुलिस ने डीआरएम की बेटी के चोरी हुए जूतों को भी बरामद कर लिया है.
इस मामले को लेकर डिप्टी एसपी देवी दयाल ने कहा कि हमने बरेली स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट के 4 जनवरी के सीसीटीवी फुटेज की जांच की. हालांकि महिला का कोई पता नहीं चला, फिर हमने आईआरसीटीसी अधिकारियों से एसी फर्स्ट क्लास के यात्रियों की जानकारी देने के लिए मदद मांगी.