कलेक्टर ने सभी चिकित्सालयों को संस्थागत-मृत्यु के लिए समयबद्ध शत प्रतिशत एमसीसीडी जारी करने दिए निर्देश
बलौदाबजार : मृत्यु के कारणों के चिकित्सकीय प्रमाणीकरण (एमसीसीडी) में आ रही दिक्कतों के निराकरण के लिए जिला योजना एवं सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जिला पंचायत के सभागार में जिले के सभी चिकित्सको का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में जिले के सभी शासकीय एवं अशासकीय चिकित्सालयों के कुल 45 चिकित्सक सम्मिलित हुए. कलेक्टर रजत बंसल ने सभी चिकित्सको से एमसीसीडी प्रमाण-पत्र जारी करने में होने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी ली तथा उनके निराकरण के लिए विभिन्न निर्देश जारी किये l
प्रशिक्षण में डॉ नितिन तिवारी, डॉ वसीम रजा, डॉ अभिजीत बनर्जी, डॉ रोहित बाजपेयी प्रशिक्षक रहे l प्रशिक्षको ने एमसीसीडी फॉर्म भरने से लेकर फॉर्म भरने में होने वाली छोटी छोटी त्रुटियों से अवगत कराते हुए सही प्रविष्टि कैसे किया जाना है इसके सम्बन्ध में विस्तार से बताया. प्रशिक्षण उपरांत योजना एवं सांख्यिकी विभाग के सहायक संचालक सुमीत मेरावी ने अभी तक जारी किये गए प्रमाण पत्रों के विश्लेषण तथा प्राप्त आंकड़ो की समीक्षा की .समीक्षा के दौरान कलेक्टर रजत बंसल ने पाया की जिले में बलौदाबाजार एवं भाटापारा को छोड़कर शेष किसी भी नगरीय निकाय से एमसीसीडी प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं हो रहे है.
उन्होंने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए सभी नगरीय निकायों के सीएमओ को अशासकीय चिकित्सालयों में होने वाले मृत्यु के लिए चिकित्सालय प्रबंधन को पत्र जारी कर एमसीसीडी जारी करने हेतु निर्देशित किया। प्रशिक्षण में उपस्थित मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ एम.पी. महेश्वर ने संस्थागत मृत्यु उपरांत एमसीसीडी जारी करने के लिए पालन किये जाने वाले प्रक्रिया के संबंध में बताया। सिविल सर्जन डॉ राजेश अवस्थी ने मृत्यु उपरांत चिकित्सालय पहुंचे मृतक के लिए एमसीसीडी जारी करने में सावधानी एवं प्रक्रिया तथा शव के पीएम के लिए निर्णय लेने की प्रक्रिया के बारे में बताया।
कलेक्टर रजत बंसल ने दुर्घटना, प्राकृतिक आपदाओं से मृत्यु होने वाले मृतकों के पीएम रिपोर्ट संबंधित पंजीयक को शीघ्र उपलब्ध कराने जिला योजना एवं सांख्यिकी के माध्यम से पुलिस विभाग को पत्र प्रेषित करने निर्देशित किया। जन्म- मृत्यु पंजीयक को पीएम रिपोर्ट शीघ्र उपलब्ध होने पर मृतक के परिजनों को मृत्युपरांत तय सीमा में मृत्यु-प्रमाण पत्र जारी होने से अनुदान की राशि समय से प्रदाय की जा सकेगी।
कार्यक्रम के अंत में सुमीत मेरावी ने प्रशिक्षण में सम्मिलित हुए सभी अधिकारियों और चिकित्सको का धन्यवाद ज्ञापन किया तथा कलेक्टर महोदय एवं प्रशिक्षको से प्राप्त हुए निर्देशों को अमल में लाने हेतु आग्रह किया। उक्त प्रशिक्षण में जिले के सभी वरिष्ठ चिकित्सक उपस्थित थे।