रायपुर/रवि कुमार तिवारी।
प्रधान मंत्री आवास को हल्के में लेना आज कांग्रेस सरकार के लिए भारी पड़ता नजर आ रहा है, क्योंकि पुरे प्रदेश भर से लाखों की संख्या में जुटना कहीं न कहीं वर्तमान सरकार के प्रति नाराजगी है और आंदोलन से एक उम्मीद की किरण भी नजर आ रही है।
इसी कड़ी मे सरकार से सीधे सवाल जवाब और अधिकार की लड़ाई के लिए 15 मार्च बुधवार के दिन समस्त छतीसगढ़ प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के आवाहन पर आरंग /तिल्दा सहित पूरे प्रदेश के कार्यकर्ता और सहयोगियों के साथ नशामुक्ति अभियान के प्रदेश अध्यक्ष
वेदराम मनहरे के नेतृत्व में भी हजारों की संख्या में भारतीय जनता पार्टी के युवा वरिष्ठ कार्यकर्ता एवं आवास हितग्राही तथा आमजन द्वारा विधानसभा घेराव करने पहुंचे, वहा अपना आवाज बुलंद किया तथा शासन प्रशासन को होश मे लाने के लिए एवं एक छत्तीसगढ़या के मांग को सरकार तक पहुंचाने को लेकर विधानसभा पहुंचे और आंदोलन तथा लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ के रूप मे मिडिया के सहारे से अपनी बात बड़े हीं सहजता से रखने का प्रयास किया जो हमारे लोकतान्त्रिक संविधान का मूल है, इस दौरान वेदराम मनहरे ने कहा कांग्रेस सरकार जो सत्ता मद मस्त है और अपना वादा सब भूल गयी है क्योंकि इनके इशारे पर प्रशासन अर्थात क़ानून व्यवस्था जो जनता की रक्षक होती है के द्वारा आमजन की आवाज को दबाने के लिए इन्ही पर बमबारी एवं अश्रु गैस तथा पानी के बौछार से कार्यकर्ताओं एवम आम जनमानस को रोकने का कायराना बुजदिली की हरकत किया गया जो दल के रूप मे आमजन का अधिकार का आवाज था जिसे रोकना इन्हे समय पर बहुत महंगा पड़ेगा। आगे वेदराम मनहरे ने बताया कि
मेरे छोटे भाई जनपद पंचायत तिल्दा के उपाध्यक्ष टिकेश्वर सोनू मनहरे के पैर में बम के गोले के फटने से गंभीर चोट आया है, जो एक तरह से शासन के द्वारा जन की आवाज पर रोक लगाना है अर्थात आज जो जनता इस सरकार को चुन के लायी है, स्थानीयता और छत्तीसगढ़िया सम्मान का बात करती है वो हीं एक छत्तीसगढ़िया जन की आवाज को दबाने का काम कर रही है, जिससे स्पष्ट होता है कि इनकी सरकार ने केंद्र कि इनकी पूर्ववत सरकार की भांति अपनी कथनी और करनी मे अंतर रखती है ये छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान की बात बस बातो तक सिमित है, बल्कि वास्तविक मे इन्हे अपने सत्ता और कुर्सी से फुरसत नहीं बस बाते बड़ी बड़ी करते है, पर ज़ब काम की बारी आती है, तो जनता पर बर्बस्तापूर्ण अपने सत्ता ताकत का इस्तमाल करके अपना सर छुपाने का बहाना करते है। आज कांग्रेस की सरकार आम जनता और विपक्ष के वार से डर गयी है जिसका कारण सामने न आकर इस तरह कायराना हरकत को अंजाम देना, स्पष्ट करता है। वहीं टिकेश्वर सोनू मनहरे ने आंदोलन के पश्चात् कहा कि सरकार के इस कायराना हरकत से हम डरने वाले नहीं है आम गरीब जनता की आवाज उठाते रहेंगे आम जनमानस के खिलाफ अन्याय नही होने देंगे, चाहे अपने प्राणों की आहुति देनी क्यों न पड़े। ये वक्तव्य और साहस निश्चित हीं एक कर्मठ जनप्रतिनिधि कि पहचान और जनप्रियता कि निशानी है जो आने वाले समय मे ईंट का जवाब पत्थर से देगी।
वही पर प्रदेश के मुख्यमंत्री का कहना है की इनकी मांग क्या है ज़ब गरीबो के लिए घर मांग रहे है तो हमने देने के लिए मना कब किये है,पर आमजन आज भी आस मे है की उन्हें उनका अधिकार वास्तविक में कब मिलेगा ये पक्ष विपक्ष की बातो से गरीबो का घर नहीं बनेगा बल्कि वादों को पूरा करने से होगा जिसे शीघ्र पूरा करना चाहिए अब आगे देखना होगा इस आंदोलन से जनता के कितना भला होता है और कांग्रेस सरकार के प्रति जनता का क्या रुख होगा।