नरेंद्र श्रीवास्तव
दंतेवाड़ा। एक तरफ़ शासन प्रशासन हर व्यक्ति को एक अच्छा चिकित्सा सुविधा मिले सोच कर हर 3 से 5 किलोमीटर की दूरी पर उप स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोल रही है, लेकिन जिन्हें इस स्वास्थ्य केन्द्र के माध्यम से ईलाज करने का जिम्मा दिया गया है, वहीं इस योजना में पलीता लगाने में लगे हुए हैं।ताजा मामला दंतेवाड़ा जिला के कटे कल्याण ब्लॉक के गुडसे पंचायत के उप स्वास्थ्य केंद्र का हैं। जो हमेशा बंद मिलता है, शासन द्वारा इस उप स्वास्थ्य केंद्र में कुल 3 स्टॉफ की नियुक्ति की गई है, रंजना शार्दुल जो कि सी एच ओ के पद पर पदस्थ हैं, एवं ओपीडी की पूरी जिम्मेदारी उन्हीं के ऊपर हैं, लेकीन उनके उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं आने से मरीजों को ब्लॉक मुख्यालय कटे कल्याण जाना पड़ता है। वहां के ग्रामीण से पूछने पर बताते हैं कि सिस्टर नहीं आती है, इसलिए अस्पताल में हमेशा ताला लगा रहता है, हमको सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। हमें इलाज के लिए कटे कल्याण जाना पड़ता है, जो काफी दूर है , यहां की सिस्टर रंजना शार्दुल नहीं आती है।
वहीं सीएमओ से पूछे जाने पर बताते हैं कि कई बार उन्हें नोटिस दिया गया है ,पर वह अपने कार्य में ध्यान नहीं देती है, जिसके वजह से ग्रामीण बहुत परेशान हैं ।
ऐसे हालात को देखते हुए शासन प्रशासन को चाहिए कि ऐसे कामचोर कर्मचारी को तुरंत बर्खास्त कर अच्छे कर्मचारी की नियुक्ती करे, ताकि जनता को समुचित चिकित्सा सुविधा का लाभ मिल सके।