सरगुजा । सरगुजा में एक बार फिर ग्रामीण और पुलिस-प्रशासन आमने-सामने हो गये हैं। यहां के चिरगा में एल्यूमिनियम प्लांट के विरोध में हजारों की संख्या में ग्रामीण हथियारों से लैंस होकर पहाड़ पर तैनात हो गये हैं। पिछले 3 दिनों से ग्रामीण लाठी-डंडों और तीर-धनुष से लैस होकर एल्युमिनियम प्लांट का विरोध कर रहे हैं। वहीं ग्रामीणों के इस विरोध प्रदर्शन और बढ़ते तनाव के बीच कलेक्टर कुंदन कुमार और एसपी भावना गुप्ता बुलेट प्रूफ जैकेट और सिर पर हेलमेट पहनकर पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और आंदोलन कर रहे ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया गया। लेकिन ग्रामीण अब भी अपनी जिद्द पर अड़े हुए हैं।
गौरतलब हैं कि अंबिकापुर में एल्युमिनियम प्लांट लगने से पहले ही इसका पूरजोर तरीके से विरोध शुरू हो गया हैं। पुलिस-प्रशासन स्थानीय ग्रामीणों को लगातार समझाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन ग्रामीण प्लांट के सख्त विराध में नजर आ रहे हैं। आपको बता दे कि एल्युमिनियम प्लांट के विरोध में अभी भी ग्रामीणों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। ऐेसे में किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए मौके पर पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। शनिवार को लाठी-डंडों से लैस ग्रामीणों को समझाने खुद कलेक्टर कुंदन कुमार और एसपी भावना गुप्ता समेत अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी बुलेट प्रूफ जैकेट और हेलमेट पहनकर पहुंचे थे। राजस्व अधिकारी सीमांकन करने पहुंचे थे।
लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें रोक दिया। ऐसे में अधिकारियों को बिना सीमांकन किये ही बैरंग लौटना पड़ा।आपको बता दे कि चिरगा एल्यूमिनियम प्लांट को लेकर पिछले 4 साल से वहां के ग्रामीणों का विरोध जारी है। ग्रामीण वहां प्लांट खुलने नहीं देना चाहते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्लांट के लिए जिस जगह को चिन्हित किया गया है, वे उस पर वर्षों से काबिज हैं। प्लांट खुलने से क्षेत्र प्रदूषित होगा और लोग बीमार होंगे। पिछले कुछ दिनों से चिरगा क्षेत्र में पुलिस-प्रशासन के दौरे बढ़ने से हजारों की संख्या में ग्रामीण लाठी-डंडा, तीन-धनुष और कुल्हाड़ी से लैस होकर विरोध करने लगे। मौके पर पहुंचने वाले अधिकारियों के निर्देश और समझाईश का ग्रामीण सीधे खिलाफत कर रहे हैं।