एजुकेशनछत्तीसगढ़लाइफस्टाइल

जानिए काले जामुन डायबिटीज के मरीजों के लिए कैसे है वरदान!

हेल्थ टिप्स: आप आयुर्वेद देख लें या नेचुरोपैथी, डायबिटीज के लिए आपको किसी भी प्रकार से जामुन जरूर खिला दिया जाएगा। इतना ही नहीं, National library of medicine में भी इस पर रिसर्च किया है और बताया है कि डायबिटीज में जामुन खाने के फायदे सच में कितना फैक्टफुल है। इस रिसर्च में जामुन के एक ऐसे बायोएक्टिव कंपाउंड के बारे में बताया गया है जो कि डायबिटीज के मरीजों के लिए कारगर तरीके से काम करता है। तो, आइए जानते हैं इस रिसर्च के जरिए डायबिटीज में जामुन खाने के फायदे।

डायबिटीज में जामुन कैसे फायदेमंद है

NIH के इस रिसर्च में बताया गया है कि डायबिटीज में जामुन एक बायोएक्टिव कंपाउंट की तरह काम करता है। जामुन में साइज़ीगियम क्यूमिनी ,होता है जो कि एंटीहाइपरग्लाइसेमिक एक्शन दिखाता है। जो कि लगभग वैसा काम करता है जैसा कि डायबिटीज में खाई जाने वाली एक दवा मेटफॉर्नमिन करती है। ये पहले तो शुगर मेटाबोलिज्म को तेज करती है, जिसके लिए इंसुलिन प्रोडक्शन बढ़ाती है। साथ ही ये पैंक्रियाज के काम काज में तेजी लाती है और शुगर कंट्रोल करती है।

डायबिटीज में जामुन खाने के फायदे-

डायबिटीज में जामुन का सेवन करना कई प्रकार से फायदेमंद है। इसका बायोएक्टिव कंपाउंड पैंनक्रियाजके काम को तेज करता है। दूसरा, इसके फ्लेवोनाइड्स ,पॉलीफेनोल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स इंसुनलिन के जैसा काम करते हैं और शरीर इसके साथ काम करते हुए तेजी से शुगर पचाने लगता है। साथ ही जामुन का विटामिन सी, डायबिटीज के दूसरे लक्षणों जैसे कि स्किन की समस्याएं, पेट की समस्याएं और कमजोर इम्यूनिटी जैसी चीजों को कम करने में मदद करता है।

डायबिटीज में कैसे खाएं जामुन-

डायबिटीज में जामुन खाने के कई तरीके हैं। पहले तो आप इसका फल खा लें। दूसरा आप इसके बीजों को सूखा कर इसका पाउडर बना कर लें। तीसरा आप इसको पीस कर शरबत की तरह ले सकते हैं। लेकिन, सबसे अच्छा तरीका है इस मौसमी फल को आराम से बैठकर नेचुरल रूप में खाएं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button