कैब ड्राइवर की हत्या कर आंगन में दफनाया, हत्यारों की साजिश सुनकर पुलिस भी रह गयी दंग…..
रायपुर । राजधानी रायपुर में फिल्म दृश्यम की तरह एक हत्याकांड की कहानी सामने आयी हैं। यहां पैसों के लिए दो युवको ने पहले तो एक कैब ड्राइवर की गला घोंटकर हत्या कर दी, फिर इस हत्याकांड पर पर्दा डालने के लिए लाश को घर के ही आंगन में दफना दिया। आरोपी यही नही ठहरे उन्होने पुलिस को गुमराह करने के लिए बकायदा मृतक का मोबाइल दूसरे स्थान पर फेंक दिया, ताकि उनके घर के आसपास का लोकेशन पुलिस की जांच में आ ही ना सके। लेकिन राजधानी पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड की गुत्थी वारदात के 11 दिन बाद ही सुलझाकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं।
फिल्मी स्टाइल में हुआ ये हत्याकांड राजधानी रायपुर के अभनपुर थाना क्षेत्र का हैं। जानकारी के मुताबिक रायपुर के पुरानी बस्ती थाना इलाके में सुनील वर्मा का परिवार निवास करता हैं। सुनील वर्मा पेशे से टैक्सी चलाने का काम करता था। सुनील की स्वीफ्ट डिजायर कार को अक्सर अभनपुर के रहने वाले राकेश कुर्रे और तपन बांधे नामक युवक बुक किया करते थे। बताया जा रहा हैं कि 14 अप्रैल को भी सुनील के पास कार की बुकिंग के लिए काॅल आया था। घर से वो बुकिंग में जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन दोबारा वापस नही लौटा। सुनील के घर वापस नही लौटने से परेशान घरवालों ने इसकी रिपार्ट अभनपुर थाना में दर्ज करायी थी। पुलिस गुम इंसान का मामला दर्ज कर इस केस की विवेचना कर रही थी।
तभी पता चला कि लापता सुनील की कार अक्सर अभनपुर निवासी राकेश और तपन बुक किया करते थे।दोनों संदेहियों से पूछताछ करने पर पहले तो दोनों ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ शुरू की तो दोनों टूट गये। पुलिस की पूछताछ में जब आरोपियों ने इस हत्याकांड की हकीकत बतायी तो पुलिस भी हैरान रह गयी। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्हे पैसों की जरूरत थी। इसलिए दोनों ने मिलकर प्लान बनाया कि सुनील को बुकिंग के नाम पर बुलाएंगे और सुनसान जगह पर उसकी हत्या के बाद कार लूट लेंगे। इसके बाद दोनों ने यही किया। 14 अप्रैल की रात जब सुनील वर्मा अपनी स्वीफ्ट डिजायर कार लेकर बदमाशों के पास पहुंचा, तो आरोपियों ने सुनील को खोला गांव में रात के 12 बजे नहर के पास ले गए।
हां दोनों ने सुनील को बातों में उलझाने के बाद मौका देखकर रस्सी से गला घोंटकर सुनील की हत्या कर दी। इसके बाद इस हत्याकांड पर पर्दा डालने के लिए राकेश ने अपने ही घर के आंगन के पास शव को रात के अंधेरे में गाड़ दिया था। बुधवार को जब पुलिस को इस हत्याकांड की जानकारी मिली, तो जेसीबी से खुदाई कराकर लाश को बरामद किया गया। पुलिस की माने तो बदमाशों ने हत्या के बाद सुनील की कार का नंबर बदल दिया था। गाड़ी को गांव के पास ही छुपा दिया था। गाड़ी को बेंचकर पैसों का बंटवारा करने की योजना थी। वहीं पुलिस को गुमराह करने के लिए बकायदा दोनों आरोपियों ने सुनील का मोबाइल फोन भी गांव से दूर ले जाकर फेंक दिया था। इस हत्याकांड का खुलासा होने के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया हैं।