रायपुर ।चावल घोटाले की जांच के लिए केंद्रीय टीम रायपुर में है। इधर सेंट्रल टीम की जांच को लेकर सियासत भी तेज है।रमन सिंह के कांग्रेस पर चावल घोटाले के आरोप पर पलटवार करते हुए खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि अगर घोटाला साबित हो जायेगा, तो वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। अमरजीत ने मंत्री भगत ने कहा कि घोटाले का आरोप बेबुनियाद है। उन्होंने रमन सिंह को चुनौती देते हुए कहा कि जांच में गड़बड़ी निकला तो इस्तीफा दे दूंगा, अगर गड़बड़ी नहीं निकला तो क्या रमन सिंह देंगे इस्तीफा ?
वहीं चावल घोटाले की जांच करने आई केंद्र एजेंसी पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि रमन सिंह पहले अपने घोटाले की जांच करा लें। जितनी टीम आनी है आ जाए छत्तीसगढ़ कुछ होना वाला नहीं है।
वहीं घोटाले पर आक्रामक भाजपा ने इस पूरे मामले में कांग्रेस को घेरने में जुटी है। भाजपा सांसद सुनील सोनी ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि PM ने 5 किलो प्रति व्यक्ति चावल दिया, ताकि कोई भी गरीब भूखा नहीं सोये, प्रदेश सरकार ने इस चांवल में घोटाला किया। प्रदेश सरकार ने 5 हजार करोड़ के चांवल की लूट की है। हमने लोकसभा में इस मामले को उठाया और इस चर्चा कराने की मांग की। गरीबों के चांवल में घोटाला अपराध है। प्रदेश में हो रहे घोटाले को देखते हुए CM को इस्तीफा दे देना चाहिए। केंद्र सरकार इसकी जांच के लिए आई है, मुख्यमंत्री को इस जांच में सहयोग करना है। CM को शराब घोटाले की जांच पर सवाल उठने की बजाए जांच में सहयोग करना चाहिए।
आपको बता दें कि गुरुवार को केंद्रीय खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की टीम चावल घोटाले की जांच के लिए रायपुर पहुंची। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की शिकायत पर केंद्रीय खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय द्वारा गठित पांच सदस्यीय जांच टीम रायपुर पहुंची है। केंद्रीय दल में एसआर मीना (डीएस), राजेश कुमार (यूएस), अंकित त्यागी (कंसल्टेंट सीपीएमयू), राहुल (टेक्निकल ऑफ़िसर) और अन्नपूर्णा (टेक्निकल डायरेक्टर आईटी, हैदराबाद) को शामिल किया गया है।पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने चावल घोटाले की जांच के लिए पहुंची टीम को लेकर कहा कि हम लोगों ने शिकायत किया था, जांच के लिए केंद्र से टीम आई हुई है। टीम दुकानों में जाकर देख रही है कि किस प्रकार गरीबों के चावल का छत्तीसगढ़ में लूट मचा है। 5000 करोड़ का घोटाला हुआ है। बीजेपी इस मुद्दे पर काफी आक्रामक