रायपुर। सीएम भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के चावल घोटाले के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा, अब रमन सिंह और भाजपा के पास षड़यंत्र करने के अलावा कोई काम नहीं बचा है। वहीं खुद रमन 2004 से 2015 तक नान घोटाला करते रहे।
हर साल चुनाव में लाखों लोगों के राशन कार्ड रद्द होते थे। रमन सिंह बताएं कि जब आपने खुद राशन कार्ड काटा है, तो आपने वसूली की क्या कार्रवाई की। राजधानी में पत्रकारों से चर्चा करते हुए सीएम ने कहा, 2013 से 2015 के बीच बलौदाबाजार में एक हजार करोड़ का धान घोटाला हुआ। रमन सिंह के गृह जिला कवर्धा में 2 हजार टन धान चोरी हो गया। इसमें लीपापोती हो गई। हम पर आरोप लगा रहे हैं, वो बेबुनियाद और मनगढ़ंत है।
भाजपा के पास षड़यंत्र करने के अलावा कोई काम नहीं
सीएम ने कहा, केंद्र सरकार से 38 लाख नहीं, बल्कि 28 लाख 10 हजार मीट्रिक टन चावल प्राप्त हुआ। उसमें से 27.61 लाख मीट्रिक टन का उठाव हुआ। जबकि आरोप लगाया कि 15 लाख मीट्रिक टन चावल नहीं बांटा गया। जबकि राज्य सरकार ने स्वयं सत्यापन का काम शुरू किया। इसमें करीब 65 हजार मीट्रिक टन कम पाया गया। शासन ने तत्काल वसूली करने का आदेश दिया। इसमें से 15 हजार टन चावल की वसूली की जा चुकी है। 208 दुकानों को निरस्त भी कर दिया।
पूर्व CM ने लगाए थे ये आरोप
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा था कि कोविड काल के दौरान शुरू की गई पीएम कल्याण योजना के तहत पूरा गोलमाल किया गया। उन्होंने कहा था कि केंद्र से जो चावल आता है, उसमें 60 हजार मीट्रिक टन की गड़बड़ी की गई है। यह आरोप लगाते हुए रमन सिंह ने केंद्र सरकार को मामले की जांच के लिए पत्र लिखा था।