सफेद चावल से काली कमाई का चल रहा है गोरखधंधा…कैमरे में कैद हुआ पूरा गोलमाल, देखिये कैसे हो रहा है खेला
चिरमिरी । लाख कोशिशों के बावजूद PDS की दुकानों में खाद्यान्न की कालाबाजारी थम नहीं रही है, ऐसा ही एक मामला चिरमिरी से सामने आया है। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के संभागी क्षेत्र व सत्ताधारी दल के विधायक विनय जायसवाल के गृह नगर मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में सरकारी राशन की कालाबाजारी की तरह से हो रही है, इसका एक वाकया सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वीडियो से साफ है कि सरकारी चावल को निजी चावल में बदलने का गोरखधंधा चल रहाहै। वीडियो में साफ है कि, राशन दुकान में किस तरह बारदाने में आए हुए चावल को प्लास्टिक की बोरियों में भरकर निजी चावल बनाया जा रहा है।
दरअसल, जब सरकार की योजना को सरकार में बैठे लोग ही अपनी कमाई का जरिया बना ले तो प्रदेश की जनता आखिर किससे अपनी फरियाद करें। वायरल हो रहे वीडियो में साफ झलकता है कि प्रदेश की जनता चावल के लिए किस तरह अपना काम धाम छोड़कर चावल के लिए पीडीएस की दुकान के चक्कर लगाने को मजबूर है। प्रदेश सरकार आम लोगों के लिए चावल सिर्फ इसलिए मुहैया करा रही है, ताकि प्रदेश की जनता कभी भूखे पेट सो ना सके। मगर उन्हीं के नुमाइंदे और सरकारी तंत्र के अफसर योजना को सत्ता के डर से पलीता लगाने में पीछे नहीं है।
सरकारी चावल बाजार में 20 रुपए किलो में बिक रहा
राशन दुकान में बैठा संचालक का बेटा पहले तो दुकान में आ रहे उपभोक्ताओं को मशीन खराब है कहकर वापस भेजता गया। दूसरी ओर कुछ मजदूरों से शासकीय चावल की बोरियों को खुलवाकर नई सफेद बोरी में भरवाता रहा। करीब एक घंटे तक चले इस काम में लगभग 30 से 40 क्विंटल चावल सफेद बोरियों में पलटी कर दिया गया। वीडियो में आप देख सकते है कि मजदूर अपने काम में लगे हैं। इसके बाद पलटी किए गए चावल को एक पिकअप में लोड कराया जाता है। इस तरह से शासकीय चावल पिकअप में लोड होने के बाद प्राइवेट हो जाता है, जिसे कही भी उतारा या भंडारण कराया जाता है। बताया जा रहा है कि राशन दुकानों में मिलने वाला चावल मार्केट में 15 से 20 रुपए किलो में बिक रहा है।