बीजापुर । 2000 का नोट बंद होने के फरमान ने नक्सलियों के भी होश उड़ा रखे हैं। नक्सली अपने पास इकट्ठा किये 2000-2000 के नोटों को बदलवाने के लिए बैचेन हैं। इधर नक्सलियों ने 2000 के नोटों को बदलवाने के लिए अपने सहयोगियों को बैंक में भेजकर लाइन में खड़ा करना शुरू कर दिया है, ताकि उनके पास मौजूद नोटों को बदला जा सके। बीजापुर में ऐसे ही 2000 के नोटों को बदलवाते हुए 2 नक्सल सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक डीएसपी नक्सल अभियान सुदीप सरकार के हमराह थाना बीजापुर एवं डीआरजी का बल महादेव घाट में एमसीपी डयूटी पर तैनात थे । डयूटी में चेकिंग के दौरान भूरे रंग के होंडा साईन मोटर सायकल में बीजापुर की ओर से आ रहे 2 व्यक्ति पुलिस पार्टी को देखकर बाइक को मोड़कर भागने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने जब खदेड़कर दोनों को पकड़ा, तो एक ने अपना नाम गजेन्द्र माड़वी पिता मंगलू उम्र 23 वर्ष निवासी नरसापुर थाना बासागुड़ा और दूसरे ने अपना नाम लक्ष्मण कुंजाम पिता जोगा निवासी नरसापुर थाना बासागुड़ा का होना बताया । गजेन्द्र माड़वी वाहन के पीछे बैठकर काले रंग का बैग लटकाया हुआ था। खोलकर चेक करने पर बैग में 2000-2000 के 3 बंडल में कुल 6 लाख मिले। वहीं 11 विभिन्न बैंको के पासबुक और प्रतिबंधित माओवादी संगठन के पाम्पलेट एवं पर्चा मिला ।
बरामद रकम के सबंध में पूछताछ करने पर कोई वैध दस्तावेज नही होना बताया । गजेन्द्र माड़वी से बरामद रकम के सबंध में बारिकी से पूछताछ पर बताया गया कि रकम प्लाटून नम्बर 10 के कमाण्डर मल्लेश द्वारा 2000 के नोट बंद होने से 8.00 लाख रकम देकर अपने पहचान वालों के अलग-अलग खाते में जमा करने हेतु दिया गया था जिसे जमा करने आज बीजापुर आये थे। जिसे लक्ष्मण कुंजाम के खाते मे पीएनबी बैंक में 50000/- यूनियन बैंक में 48000/- एवं मेरे खाते एसबीआई में 38000/- एवं सेंट्रल बैंक में 50000/- कुल 1.86 लाख रूपये जमा करना बताया । बाकी रकम अलग- अलग दिवस को जमा करने आने व शेष रकम लेकर रेखापल्ली की ओर जा रहे थे । घटना स्थल से भूरे रंग का होण्डा साईन CG-18 M/1764, शासन विरोधी पाम्पलेट एवं पर्चा, 2000-2000 के 03 बंडल 6.00 लाख रूपये नगद राशि, विभिन्न बैंको के 11 पासबुक बरामद किया गया ।