रेप पीड़िता को धमकाने वालों पर FIR, ASP की रिपोर्ट पर एक्शन, पीड़िता ने सौंपे थे Audio Record
बिलासपुर । रेप पीड़िता की मां को साजिश के तहत फंसाने के मामले में अब पुलिस की कार्रवाई सख्त होती जा रही है। कल इस मामले में TI को सस्पेंड करने और SDOP को नोटिस देने के बाद अब बिलासपुर पुलिस ने उन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिन्होंने रेप पीड़िता को धमकी दी थी और समझौते के दवाब बनाया था। दरअसल एक युवती की शिकायत पर प्रकरण क्रमांक 150/23 में 376 ,323 आईपीसी 4, 6 पॉक्सो एक्ट में आरोपी आफताब को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
मामले में चालान पेश हो गया है, इस मामले में पीड़िता और उसकी मां को आरोपी के पिता फैज तथा अन्य परिजनो द्वारा धमकाया जा रहा कि रेप का केस वापस ले लो बदले में 5 लाख रुपए ले लो अन्यथा जान से मार दिया जाएगा। इस संबंध में पीड़िता द्वारा रतनपुर थाने में शिकायत की गई है सबूत के साथ कॉल रिकॉर्डिंग्स भी उपलब्ध कराई गई है।
उक्त तथ्य को भी एएसपी के नेतृत्व की जॉच टीम ने अपनी रिर्पोट में शामिल किया था और सबूतों का परीक्षण किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने आज एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया। पीड़िता की रिर्पोट पर आरोपियों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 506 (b), 214 के प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।
TI सस्पेंड, SDOP को नोटिस… रतनपुर मामले में बड़ी कार्रवाईर्ट
रतनपुर के मामले में विभिन्न संगठनों के ज्ञापन और मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी बिलासपुर द्वारा मामले की संज्ञान लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव के नेतृत्व में संपूर्ण तथ्यों व घटनाक्रम की निष्पक्षता से जांच हेतु एक टीम गठित किया था। जिसने अपनी जांच रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को सौप दिया था। कल अदालत में लगी जमानत आवेदन पर पुलिस प्रतिवेदन के साथ मामले के विवेचक द्वारा एएसपी के जांच बिंदुओं को भी शामिल किया था, जिसमें मामले की संदेहिया को जमानत दिए जाने का पक्ष लिया गया। पुलिस की तरफ से अभियोजन के वकील ने कोर्ट को मामले के जांच में प्रार्थी के आरोपों में विरोधभास पाया जाना बताया। उन्होंने पुलिस की तरफ से जमानत पर कोई आपत्ति होना नहीं बताया। मामला अभी कोर्ट में होने के कारण अभी जांच का डिटेल्स नहीं दिया जा रहा हैं।
जांच में कृष्णकांत सिंह, तत्कालिन टीआई रतनपुर की लापरवाही पाया गया है। रिपोर्ट आधार पर पुलिस अधीक्षक द्वारा कृष्णकांत सिंह को निलंबित कर दिया गया है। यद्यपि कि जांच आदेशित करते ही कृष्णकांत सिंह को लाईन अटैच किया गया था। पृथक से पुलिस अधीक्षक द्वारा एसडीओपी सिद्धार्थ बघेल को जो उस समय थाने में उपस्थित थे, उनके द्वारा भी वरिष्ठ अधिकारियों को सम्पूर्ण तथ्यों की जानकारी से अवगत न कराने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है।