बेमेतरा । बेमेतरा जिला में 12वीं बोर्ड की फर्जी मार्कशीट के सहारे नौकरी कर रही दो महिला शिक्षाकर्मियों पर डीईओं ने एक्शन लिया हैं। दस्तावेजों के परीक्षण के बाद डीईओं ने दोनों महिला शिक्षाकर्मियों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया हैं। बताया जा रहा हैं कि जिले में फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी कर रहे शिक्षाकर्मियों के दस्तावेजों की जांच शुरू की गई है। इसी दौरान फर्जी अंकसूची पाए जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी ने कार्रवाई की हैं।
जानकारी के मुताबिक बेमेतरा जिला के साजा विकासखंड के ग्राम सुवरतला में शासकीय प्राथमिक शाला में रोहिणी झा फर्जी अंकसूची के सहारे नौकरी कर रही थी। इसी तरह शासकीय प्राथमिक शाला केवतरा में डामेश्वरी निषाद ने भी फर्जी अंकसूची के सहारे शिक्षाकर्मी की नौकरी हासिल की थी। दोनों शिक्षाकर्मियों ने 12वीं की फर्जी अंकसूची दस्तावेजों के साथ जमा किया गया था। मामले की शिकायत के बाद डीईओं ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने वाले शिक्षाकर्मियों के दस्तावेजों की जांच कराया गया था।
दस्तावेजों की जांच में दोनों शिक्षाकर्मियों के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। शिक्षा विभाग के अनुसार 150 से अधिक शिक्षाकर्मी फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी कर रहे हैं। जिनके दस्तावेज जांच के लिए संबंधित विभाग को भेजे गए हैं। इस कार्रवाई के बाद से फर्जी प्रमाणपत्र से नौकरी करने वाले शिक्षाकर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है। जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा ने बताया कि फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी करने वाले शिक्षाकर्मियों को आरोप पत्र जारी किया जा रहा है। दस्तावेज पहुंचते ही सत्यापन के लिए संबंधित विभाग को भेजा जा रहा है।
जिसमें अंकसूची माध्यमिक शिक्षा मंडल में भेजा गया है। अनुभव प्रमाण पत्र की जांच के लिए भी जनपद कार्यालय और डीपीआई को प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए भेजे गए हैं। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रहे शिक्षाकर्मियों को एक बार फिर प्रमाण पत्रों की जांच कराना अनिवार्य होगा। शिक्षा विभाग में वे प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने होंगे, जिसके आधार नौकरी मिली थी। फर्जी शिक्षाकर्मियों की बर्खास्तगी के बाद वेतन राशि वसूलने की भी कार्रवाई की जायेगी।