लाख कोशिश के बाद भी नहीं पैदा हुआ बेटा तो तीन बेटियों की मां ने अपनाया ये रास्ता, पत्नी के फैसले से पति भी था खुश

कानपुर: कहने को तो भारत विकसीत राष्ट्र बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन यहां आज भी लोगों की सोच नहीं बदल पाई है। जहां एक ओर बेटा और बेटियों को समानता का अधिकार दिए जाने का दावा किया जाता है तो दूसरी ओर दोनों में फर्क किए जाने की खबरें भी आती रही है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर से सामने आया है, जहां बेटे की चाहत में तीन बेटियों की मां ने ऐसा काम कर दिया कि अब शर्मसार होना पड़ रहा है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार मामला कनपुर सेंट्रल इलाके का है, जहां रहने वाली महिला राहत जहां को बेटे की बड़ी चाहत थी। लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी तीन बेटियां हुईं। राहत ने अपनी मां को बताया कि उसे अब बेटे की चाहत है, लेकिन पति अब साथ नहीं देते। ऐसे में राहत की मां ने कहा कि बच्चा गोद ले लो। इसके बाद बीते शुक्रवार को राहत जहां बाजार में खरीदारी करने गई थी। उसी समय वहां पर दो बच्चियां अपने 9 महीने के भाई को लेकर घूम रही थीं। उसी दौरान राहत जहां और उसकी मां रोशन जहां की नजर मासूम बच्चे पर पड़ गई। उन्होंने तुरंत बच्चे को चुराने का प्लान बना लिया। इसके बाद राहत जहां ने सबसे पहले दोनों बच्चियों को बतासे खिलाए। इस दौरान बच्चे को राहत ने अपनी गोद में ले लिया। बतासे तीखे थे तो दोनों बच्चियां परेशान हो गईं। इस पर राहत ने बच्चियों से कहा कि ये पैसे लो, वहां सामने की दुकान पर लस्सी बिकती है, जो मीठी है, वो पी लो। तब तक तुम्हारे भाई को हम खिला रहे हैं। बच्चियां लस्सी पीने चली गईं और इधर राहत जहां मासूम बच्चे को लेकर फरार हो गई।
पुलिस के मुताबिक, यह बच्चा आफताब और मोमिना का था। उसकी दोनों बेटियां अपने भाई को खिला रही थीं। बताया गया कि बच्चा चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस की आठ टीमें जांच में जुटी थीं। इसके बाद क्राइम ब्रांच और सर्विलांस की टीम भी लगी. इन सभी टीमों ने इलाके के 600 सीसीटीवी चेक किए। सीसीटीवी में महिलाएं बच्चा चुराकर जाते हुए दिखीं थीं। इसके बाद पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए दोनों महिलाओं राहत जहां और उसकी मां रोशन जहां को पकड़ लिया।
राहत ने इस बच्चे को पहले अपने घर पर रखा, लेकिन उसके बाद अपनी मां रोशन के पास भेज दिया था। राहत ने अपने पति को बताया था कि बच्चे को उसके मां-बाप से खरीदकर लाई हूं। पति के भी कोई बेटा नहीं था तो उसके मन में भी बेटे की मुराद थी। इसलिए उसने ज्यादा कुछ पूछा भी नहीं, क्योंकि यही बात उसकी सास ने भी बताई।