छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के इस जिले में सूखा नदी में अचानक आई बाढ़, ट्रैक्टर सवार 50 ग्रामीण नदी में बहने से ऐसे बचे

धमतरी: छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री के साथ तापमान में तेजी से गिरावट आई है। तीन दिन पहले तक प्रदेश में ज्यादातर जगहों पर अधिकतम तापमान 42-43 डिग्री सेल्सियस था, जो अब गिरकर 32-33 डिग्री सेल्सियस रह गया है। रात के न्यूनतम तापमान में भी 7 डिग्री तक की कमी आई है। बादल, बारिश और ठंडी हवाओं से नमी 40 फीसदी बढ़ गई है।

अब धमतरी जिले में 25 जून तक यानी 24 घंटे में मानसून के पहुंचने की संभावना है। हालांकि प्री मानसून की बारिश धमतरी में हो रही है। शनिवार को भी यहां बादल छाए हुए हैं और बारिश की संभावना है। वहीं जिले के नगरी ब्लॉक में करीब 50 लोग शुक्रवार को सोंढूर नदी पार करते समय तेज बहाव में बहने से बच गए।

नगरी ब्लॉक में शुक्रवार को 50 लोग ट्रैक्टर से सोंढूर नदी पार करने की कोशिश कर रहे थे। इनमें महिलाएं, पुरुष और एक 10 दिन का बच्चा भी शामिल था। उस वक्त नदी का जलस्तर 4 फीट था। लेकिन ओडिशा में हुई भारी बारिश से शुक्रवार शाम अचानक इसका जलस्तर बढ़कर 6 फीट हो गया

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में लोगों के घरों में भरा बारिश का पानी।

जोरातराई के प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण गजेंद्र पद्माकर, लच्छूराम यादव, छन्नू प्रजापति, अमरदेव, लेखाराम ने बताया, सोंढूर नदी के ऊपर रपटा बना है। यहां से अरसीकन्हार, खालगढ़, बोरीगांव, खल्लारी, मांदागिरी, चमेंदा, उजरावण गांव के ग्रामीण आना-जाना करते हैं। 22 जून को देर शाम करीब 5 बजे अचानक सोंढूर नदी में बाढ़ आ गई। सड़क किनारे खड़े ग्रामीणों को एक ट्रैक्टर में बैठाकर नदी पार कराया जा रहा था। ट्रैक्टर में करीब 50 लोग सवार थे। अचानक पानी के तेज बहाव में ट्रैक्टर बहने लगा। कुछ सेकेंड बाद सभी 50 लोग नदी में ही फंस गए।

ये देखकर ट्रैक्टर चालक के हाथ-पैर फूल गए, वहीं लोग भी डर के कारण शोर मचाने लगे। गनीमत ये रही कि ट्रैक्टर तेज बहाव में बहते-बहते अचानक रुक गया, जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने ट्रैक्टर पर सवार सभी लोगों को सुरक्षित निकाला। बीते 24 घंटे में धमतरी जिले में 20 मिमी बारिश हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि करीब 15 घंटे से यहां आवाजाही ठप है। कुछ लोग जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं

गरियाबंद जिले में तेल नदी और सूखा नदी में जलस्तर बढ़ा

इधर गरियाबंद जिले में शुक्रवार को शाम 3 बजे से झमाझम बारिश शुरू हुई, जो देर रात तक होती रही। इलाके के नदी-नाले इससे उफान पर हैं। जिले में औसत 43 मिमी बारिश दर्ज की गई है। देवभोग में बहने वाली तेल नदी में भी जलस्तर बढ़ गया है। मैनपुर ब्लॉक के अमलीपदर में पड़ने वाले सूखा नदी में भी बहाव तेज हो गया। सूखा नदी में पुल बनाने का काम चल रहा था। अप्रोच सड़क बह जाने से यहां ट्रक फंस गया, जिसे शनिवार सुबह को निकाला गया है। जैसे-तैसे ड्राइवर और हेल्पर ने ट्रक से निकलकर अपनी जान बचाई थी।

धमतरी में 50 लोगों से भरा ट्रैक्टर सोंढूर नदी में फंसा।

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में भी मूसलाधार बारिश

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में भी शुक्रवार को तेज बारिश हुई। इससे बचरवार से कोटखर्रा रोड में नाली नहीं बनने से लोगों के घर में पानी भर गया है। इससे लोग परेशान हैं। शुक्रवार को जिले में अचानक मौसम का मिजाज बदल गया और तेज हवाओं के साथ तेज बारिश होने लगी। बारिश से लोगों को गर्मी से तो राहत मिली, लेकिन कई इलाकों में बिजली गुल हो जाने से वे परेशान भी होते रहे।

सूखा नदी में अप्रोच रोड बह जाने से ट्रक फंस गया।

मनेंद्रगढ़ में भी बारिश

मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में भी बादल छाए हुए हैं और बारिश की संभावना है। शुक्रवार को भी यहां काफी तेज बारिश हुई है। गौरतलब है कि बस्तर की नानगुर तहसील में सबसे ज्यादा 117.4 मिमी पानी बरसा है। सुकमा में 73.4 मिमी बारिश हो चुकी है। बस्तर के सभी हिस्से में 10 से 55 मिमी तक वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।

मानसून के पूरे प्रदेश में सक्रिय हो जाने के आसार

शुक्रवार को रायपुर के तिल्दा में 36 मिमी पानी बरसा। बिलासपुर, पेंड्रारोड, अंबिकापुर, जगदलपुर में हल्की बारिश हुई। रायपुर में बारिश कम हुई, लेकिन दिनभर घने बादल रहे। मौसम विभाग ने शनिवार को मानसून के रायपुर संभाग में फैलने तथा बिलासपुर तक पहुंचने की संभावना जताई है। इस तरह, 25 तारीख तक मानसून के पूरे प्रदेश में सक्रिय हो जाने के आसार हैं।

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