छत्तीसगढ़भरतपुर – मनेंद्रगढ़ – चिरमिरी

फिर रेवड़ी की तरह बांट दी विधायक ने स्वेच्छानुदान, कांग्रेस नेताओं, पार्षद व NSUI नेताओं को बांट दिये 25-25 हजार

मनेन्द्रगढ़ । रेवड़ी की तरह स्वेच्छानुदान बांटने के लिए बदनाम रहे विधायक विनय जायसवाल की एक और दरियादिली का किस्सा सामने आया है। अब इसे दरियादिली मान लीजिये या फिर अपनों को उपकृत करने का तरीका, लेकिन इतना तो तय है कि आने वाले दिनों में विधायक पर सियासी मुश्किलें जरूर बढ़ेगी। ताजा जो मामला आया है, वो बताते हैं कि कांग्रेस विधायक विनय जायसवाल की अनुशंसा पर जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू के जनसंपर्क निधि का दुरुपयोग किया गया है।

ये कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी विधायक विनय जायसवाल महिला कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष, कांग्रेस नेताओं, युवक कांग्रेस नेताओं व एनएसयूआई पदाधिकारियों के साथ ही यह एल्डरमैन व अपने सहायक जनसपंर्क प्रतिनधि के अलावा अपने खास लोगों को स्वेच्छानुदान की राशि बांटने को लेकर सुर्खियों में रहे है। इतना ही नही विधायक विनय जायसवाल ने मीडिया में चेहरा चमकाने पत्रकारो को भी स्वेच्छानुदान की राशि बांट दी थी।

एक ही परिवार के 7 सदस्यों को स्वेच्छानुदान

रेवड़ी की तरह बांटे गये स्वेच्छानुदान में जरूरतमंद से ज्यादा उन लोगों के नाम हैं, जो या तो कांग्रेस के पदाधिकारी है या विधायक के करीबी हैं। स्वेच्छानुदान की लिस्ट में नगर निगम चिरमिरी के पार्षद व एमआईसी सदस्य सोहन खटिक के परिवार के 7 सदस्यों को जनसम्पर्क निधि को राशि के 25 – 25 हजार रुपये बांट दिए गए है। चिरमिरी नगर निगम के पार्षद व एमआईसी सदस्य सोहन के पुत्र, भाई , भतीजा, भाभी समेत अन्य परिवार के सदस्यों को 25 – 25 हजार रुपये बांट दिए गए।

25-25 हजार की दी गयी है राशि

प्रभारी मंत्री के जनसंपर्क निधि की राशि का दुरुपयोग इस कदर किया गया है कि चिरमिरी ब्लाक कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष दुर्गा केशरवानी के भाई राहुल केशरवानी व एनएसयूआई पदाधिकारी शुभम सलूजा समेत विधायक के खास समर्थकों के रिश्तेदारों व परिवारों को भी 25 – 25 हजार रुपये की राशि बांट दी गई है। प्रभारी मंत्री के जनसंपर्क निधि से जिन लोगो को राशि बांटी गई है उसके नाम मनेन्द्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल ने ही दिए है। कांग्रेस विधायक द्वारा अनुदान और निधि के दुरूपयोग का यह कोई पहला मामला नहीं है। विधायक बनने के बाद से विनय जायसवाल स्वेच्छानुदान निधि की राशि के बंदरबांट को लेकर सुर्खियों में रहे है।

 

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