शिक्षक और छात्र बाहर करते रहे इंतजार, पर नहीं खुला स्कूल का ताला, जानिये क्या है पूरा मामला
कांकेर । एक तरफ से जहां पूरे प्रदेश के स्कूलों में शाला प्रवेशोत्सव के नाम पर तरह-तरह के कार्यक्रम हो रहे हैं। मिठाई बांटे जा रहे हैं, स्कूली बच्चों के स्वागत में कार्यक्रम हो रहे हैं, दूसरी तरफ कांकेर जिले के एक स्कूल का पहला ही दिन बच्चों के लिए काफी मायूसी भरा रहा है। शाला समिति के अध्यक्ष ने स्कूल में ताला जड़ दिया। मामला कांकेर के भानुप्रतापपुर का है। जहां दमकसा गांव में शाला समिति के अध्यक्ष ने शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक शाला में ताला जड़ दिया है। शाला समिति के अध्यक्ष संतोष दुग्गा स्कूल भवन का नाम अपने पिता के नाम करने की मांग कर रहा है।
स्कूल भवन में ताला जड़ने के कारण स्कूल के पहले ही दिन छात्रों को वापस लौटना पड़ा है तो वही शिक्षक स्कूल के प्रांगण में बैठे हुए है। बताया जा रहा है कि शाला समिति के अध्यक्ष संतोष दुग्गा के पिता अविनाश दुग्गा ने स्कूल भवन के लिए जमीन दान की थी, जिसको लेकर अब संतोष दुग्गा स्कूल भवन का नाम उनके पिता अविनाश दुग्गा के नाम करने की मांग कर रहा है।
इधर इस मामले में संतोष दुग्गा का कहना है कि उसने सीएम भूपेश बघेल को भी भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान आवेदन देकर मांग रखी थी इसके अलावा जिला प्रशासन को भी उसने कई दफा आवेदन दिया है लेकिन मांग पूरी नही हुई। जिसको लेकर अब उन्होंने अल्टीमेटम दिया है और स्कूल भवन में ताला लगा दिया है, संतोष दुग्गा का कहना है कि जब तक मांग नही मानी जाएगी वो स्कूल संचालित नही होने देंगे।
मामले की सूचना भानुप्रतापपुर में प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई है, लेकिन अब तक कोई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नही पहुचे हैं। स्कूल के प्राचार्य गणेश राम मंडावी ने बताया कि मामले की सूचना उच्च अधिकारियों को दे दी गई है। स्कूल का स्टाफ मौजूद है, आगे जैसा निर्देश मिलेगा उसके आधार पर व्यवस्था की जाएगी।