बेहद ही चमत्कारी होता है शमी का पौधा,, घर में लगाते ही आने लगती है सुख-समृद्धि, जाने वास्तु अनुसार किस दिशा में लगाने से होगा लाभ…
वास्तु शास्त्र मैं विश्वास रखने बालों के लिए हर चीज महत्वपूर्ण होता है चाहे वह घर के समाने का समान का रखरखाव हो या कोई अन्य चीज उनके लिए हर बात महत्वपूर्ण होती है, वास्तु और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर में पेड़ पौधे उगाने के साथ साथ उनकी सही तरीके से देखभाल करना और सही दिशा में रोपना बहुत जरूरी है। वास्तु के मुताबिक जो कोई भी जातक सही दिशा में धार्मिक मान्यता वाले पेड़-पौधे उगाता है, उसके जीवन और घर में सदा ही सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है। ऐसा ही एक पौधा शमी का भी है जो एक चमत्कारी पौधा और शनि दोष से मुक्ति पाने में बहुत बलवान माना जाता है। सावन मास में शमी का पौधा लगाने से खास लाभ मिलता है, क्योंकि ये शिव प्रिय पौधा है। इसलिए इसे गलत दिशा या तरीके से लगाने पर शंकर जी नाराज होते हैं और जातकों के जीवन में उलझने पैदा हो जाती हैं।
शमी के पौधे का वास्तु शास्त्र-
वास्तु द्वारा बताई गई चीज़ो में अगर विश्वास रखते हैं, तो शमी के पौधे को सही दिशा में लगाना आपके लिए बहुत ही मुख्य हो सकता है। बता दें कि वास्तु शास्त्र के अनुसार भी शमी के पौधे को घर पर लगाना बहुत फलदाई माना जाता है। कहा जाता है कि, शमी के पौधे से घर आंगन में सकारात्मकता और खुशहाली का प्रवाह होता है।
वास्तु अनुसार जातकों को घर के ईशान कोण यानी की पूर्व की दिशा में शमी का पौधा लगाना चाहिए। ऐसा करने से उनके जीवन में शांति और सुख तो आएगा ही। साथ ही शमी के पौधे को लगाने से घर में धन-धान्य की भी वर्षा होने लगती है।
अगर आपको आर्थिक रूप से किसी भी तरह की परेशानी है, तो ऐसे में तो आपको शमी का पौधा इसी सावन में अपना आंगन में रोप देना चाहिए।
शाम के समय में शमी के पौधे के सामने दीया जलाने का भी विशेष महत्व होता है। ऐसा करने से जातकों के जीवन का अंधकार दूर होता है।
पूर्वोत्तर में लगाएं गए इस पौधे के समक्ष अगर आप रोज 45 दिनों तक घी का दीया जलाएंगे, तो वैवाहिक जीवन की दिक्कतें भी दूर हो जाती हैं।
घर में शमी का पेड़ लगाने से नौकरी और व्यापार दोनों में ही तरक्की मिलती है।
शमी के पेड़ के नियम-
अगर आप अपने आंगन में शमी का पेड़ लगा रहे हैं, तो इस बात का खास ध्यान रखें कि इस पौधे को गंदगी वाली जगह पर लगाने से आपके जीवन में दरिद्रता आ सकती है। वहीं शमी के आस पास कूडा-करकट फैंकना भी बहुत अशुभ है। शमी के पेड़ को हिन्दू धर्म बहुत मान्यता दी गई है, यही नहीं इसका जिक्र महाभारत और रामायण में भी किया गया है। शनिवार के दिन शमी के पेड़ के सामने दीया जलाने और पूजा करने से शनि का दोष दूर होता है और साढ़े साती से भी मुक्ति हासिल होती है