रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी के नवारायपुर में सोमवार को प्रदर्शनकारी संविदा कर्मचारियों ने जमकर हंगामा मचाया। Resignation of contract employees पूर्व घोषित ऐलान के मुताबिक करीब 20 हजार से ज्यादा संविदा कर्मचारी नियमितीकरण की मांग को लेकर गेड़ी चढ़कर जेल भरने निकले। जिन्हें रोकने में पुलिस का खासी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान जमकर हंगामा मचा।
छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों से आए संविदा कर्मचारियों ने सोमवार को जेल भरो आंदोलन किया। हरेली का त्योहार भी था तो गेड़ी पर चढ़कर कर्मचारी जेल भरो आंदोलन के लिए निकले। नवा रायपुर के तूता स्थित धरना स्थल पर संविदा कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन पिछले 15 दिनों से जारी है। सभी कर्मचारियों ने जेल भरो आंदोलन के लिए रैली निकाली। बड़ी तादाद में कर्मचारी रायपुर शहर की ओर बढ़ने लगे।
समर्थन देने पहुंचे नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल बोले.विधानसभा में उठेगा मुद्दा
पुलिस ने बीच रास्ते में रोका
अलग-अलग जिलों से बड़ी तादाद में पहुंचे कर्मचारी नवा रायपुर में जमा हुए थे। नवा रायपुर में ही पुलिस ने बीच रास्ते इन प्रदर्शनकारियों को रोक दिया। बड़े मैदान को ही अस्थाई जेल बनाया गया था और यहीं कर्मचारियों को रखा गया। कर्मचारी संगठन का दावा है कि 20 हजार की संख्या में संविदा कर्मचारियों ने अपनी गिरफ्तारी दी है।
समर्थन देने पहुंचे नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल बोले.विधानसभा में उठेगा मुद्दा
संविदा कर्मचारियों के इस आंदोलन को समर्थन देने प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल भी पहुंचे। चंदेल जब कर्मचारियों को संबोधित करने मंच पर पहुंचे तो भाषण के बीच बिजली कट गई। इससे हंगामा मच गया। कुछ देर बाद स्थिति सामान्य हुई तो नारायण चंदेल ने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में कर्मचारियों की मांग सदन में रखी जाएगी और कर्मचारियों के नियमितीकरण का मुद्दा विधानसभा में उठाया जाएगा।
छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रांताध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने कहा कि सरकार अपने वादे के वादे को याद दिलाने तुता धरना स्थल पर प्रदेश भर से संविदा कर्मचारी एकत्रित हुए हैं। यह जनसैलाब देख शासन जल्द हमें नियमितिकरण का अपना वादा पूरा करे। प्रदर्शनकारियों को संघ के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सिन्हा और अशोक कुर्रे ने भी संबोधित किया।