रायपुर । छत्तीसगढ़ में आज हरेली का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस विशेष पर्व के दिन ही पूरे प्रदेश में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक-2 का भी शुभारंभ किया गया। लेकिन कोरिया जिला में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनाये जाने के बाद भी राजस्व मंत्री के नही पहुंचने को लेकर अब राजनीति शुरू हो गयी हैं। कोरिया जिला के कार्यक्रम में लगातार दो बार मंत्रीजी के शामिल नही होने को अब संयोग कहे या फिर चुनावी साल में कोई नया प्रयोग ? लेकिन बीजेपी को एक बार फिर बैठे-बिठाये मुद्दा जरूर मिल गया हैं। बीजेपी ने आरोप लगाया हैं कि सरकार में आपसी तालमेल का अभाव हैं। यहीं वजह हैं कि एक नही दो-दो बार मुख्य अतिथि बनाये जाने के बाद भी मंत्री का कार्यक्रम में शामिल नही होना पार्टी में व्याप्त असंतोष और अंतर्कलह को उजागर कर रहा हैं, जो कि आने वाले वक्त में और भी गढ़ेगा।
छत्तीसगढ़ में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में कांग्रेस हाईकमान भले ही एक जुटता के साथ चुनाव लड़ने का दावा कर रही हो, लेकिन प्रदेश के कई इलाको से अभी भी ऐसी तस्वीर नजर नही आ रही हैं। ताजा मामला हरेली पर्व के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के शुभारंभ अवसर पर मुख्यअतिथि बनाये जाने को लेकर हैं। दरअसल सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को पड़ोसी जिला कोरिया में आज के कार्यक्रम के लिए मुख्य अतिथि बनाया गया था, जबकि मनेंद्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल को कोरबा के कटघोरा विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनाया गया था। मनेद्रगढ़ से विधायक विनय जायसवाल कोरबा के कार्यक्रम में शामिल होने जरूर पहुंचे। लेकिन राजस्व मंत्री सरकार द्वारा जारी प्रोटोकाॅल के बाद भी कोरिया जिला के कार्यक्रम में शामिल न होकर गृह जिला कोरबा के भवानी मंदिर में आयोजित हरेली पर्व कार्यक्रम में सांसद ज्योत्सना महंत के साथ शामिल होने पहुंचे।
यहां लोकपर्व हरेली की धूम के दौरान छत्तीसगढ़ी गीत में सांसद के साथ मंत्रीजी का जमकर डांस करने का विडियों भी सामने आया। उधर कोरिया जिला में मंत्रीजी के नही पहुंचने पर स्थानीय विधायक अंबिका सिंहदेव को मुख्य अतिथि बनाकर कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ कराया गया। इससे पहले भी योग दिवस पर राजस्व मंत्री को कोरिया जिला में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनाया गया था। लेकिन उन्होने कार्यक्रम में शामिल न होकर कोरबा में ही आयोजित कार्यक्रम में शिरकत कर योग दिवस मनाया था। ऐसे में अब चर्चा का बाजार गर्म हैं कि सरकार के आदेश के बाद भी मंत्रीजी का कार्यक्रम में लगातार दो-दो बार शामिल न होना……संयोग हैं या फिर प्रयोग ? वहीं दूसरी तरफ बीजेपी इसे मुद्दा बनाकर सरकार पर हमलावर होती नजर आ रही हैं।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता धरमलाल कौशिक ने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि सरकार में आपसी तालमेल का अभाव हैं। उन्होने कहा कि कही न कही अंदर में कुछ गड़बड़ हैं। लगातार देख रहे हैं चाहे विधायको के बीच में हो, विधायक का मंत्री के बीच में हो, मंत्री का मुख्यमंत्री के बीच में हो….अतर्कलह अभी भी थमा नही हैं। धरमलाल कौशिक ने राजस्व मंत्री के मुद्दे पर हमला करते हुए बोला कि मंत्री को दो-दो बार कोरिया जिला का मुख्य अतिथि बनाया गया,लेकिन दोनो बार मंत्री वहा नही पहुंचे और फिर दूसरे को मुख्य अतिथि बनाकर कार्यक्रम को शुरू किया गया। ये पार्टी में व्याप्त अंतर्कलह को साफ साबित करती हैं, जो कि आने वाले वक्त में और बढ़ेगी। खैर चुनावी साल हैं, तो राजनीतिक पार्टियों को मुद्दा चाहिए, ऐसे में बीजेपी को बैठे-बिठाये मुद्दा जरूर मिल गया हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यहीं हैं कि आखिर एक जुटता की दलील देने वाली कांग्रेस पार्टी में आखिर उन्ही के मंत्री सरकार के फरमान को दरकिनार क्यों और किसके इशारे पर कर रहे हैं, ये सोचने का विषय हैं।