घटिया मरम्मत कार्य पर भड़के कलेक्टर : कहा जब घर का मरम्मत कराते हैं तब पानी नही टपकता, फिर सरकारी काम में ही पानी क्यों टपकने लगता हैं !
कोरबा । कोरबा में जर्जर स्कूल भवनों में मरम्मत के बाद भी बारिश का पानी टपकने की शिकायत पर कलेक्टर भड़क गये। बैठक में ही कलेक्टर संजीव कुमार झा ने अफसरों को फटकार लगाते हुए कह दिया कि जब घर का मरम्मत कराते हैं, तब पानी नही टपकता हैं, फिर सरकारी काम में ही पानी क्यों टपकने लगता हैं ? कलेक्टर ने दो टूक शब्दों में अफसरों को चेताते हुए साफ कर दिया कि सरकारी काम हैं, शासन का पैसा लगा है,कोई फ्री का पैसा नहीं है….ऐेसा काम बिल्कुल भी बर्दाश्त नही किया जायेगा।
कोरबा कलेक्टर संजीव कुमार झा समय सीमा की बैठक में एक्शन में नजर आये। बैठक में कलेक्टर विभागवार जिले में चल रहे विकास कार्यो की समीक्षा कर रहे थे। इसी दौरान कलेक्टर ने आरईएस विभाग द्वारा स्कूल जतन सहित जर्जर भवन के किए जा रहे मरम्मत कार्य को लेकर जानकारी मांगी गयी। अफसर कागजी आकड़ा बताने की कोशिश करते, इतने में कलेक्टर संजीव कुमार झा भड़क गये। अफसरों से सवाल किया कि शासकीय स्कूलों में मरम्मत कराये जाने के बाद भी आखिर भवन में बारिश का पानी कैसे टपक रहा हैं ? कलेक्टर ने अफसरों से सवाल किया कि जब आप अपने घर का मरम्मत कराते हैं, तब तो मरम्मत के बाद आपका घर नही टपकता हैं, फिर सरकारी भवन में मरम्मत के बाद भी भवन क्यों टपक रहे हैं।
कलेक्टर के इस सवाल के बाद मीटिंग हाॅल में सन्नाटा पसर गया। कलेक्टर संजीव कुमार झा ने कड़ी नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को साफ किया कि ऐसा गुणवत्ताहीन काम बिल्कुल भी बर्दाश्त नही किया जायेगा। कलेक्टर ने आरईएस के अधिकारी सहित जिला शिक्षा अधिकारी कोे तत्काल ऐसे स्कूलों को चिन्हांकित कर दोबारा बेहतर ढंग से काम कराने का निर्देश दिया गया। वहीं बैठक के दौरान कलेक्टर ने सभी जनपद सीईओ को निर्देशित किया कि वे पूर्ण हो चुके आंगनबाड़ी केंद्र सहित हैंडओवर लायक केंद्रों की सूची उपलब्ध कराएं। उन्होंने जिले में स्कूली विद्यार्थियों के बनाये जा रहे जाति प्रमाणपत्र, वन अधिकार पत्र, सामुदायिक वन अधिकार पत्र की समीक्षा कर जानकारी लेकर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया गया।