रायपुर। शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार करने वाले अफसरों की कमी नहीं है। पिछले दिनों विधानसभा में आये आंकड़ों से इसकी पुष्टि हुई है। धरमलाल कौशिक के एक सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया है कि मौजूदा वक्त अलग-अलग मामलों में 17 डीईओ-बीईओ के खिलाफ जांच चल रही है। 17 अफसरों में 10 तो सिर्फ डीईओ हैं, जिनके खिलाफ अलग-अलग संगीन आरोप दर्ज हैं।
हालांकि इनमें से कुछ को निलंबित भी किया गया है। पिछले दिनों ही शिक्षा विभाग ने प्रमोशन के बाद पोस्टिंग मामले में कार्रवाई करते हुए बिलासपुर के संयुक्त संचालक एसके प्रसाद को सस्पेंड कर दिया था, उसी तरह से रायपुर, सरगुजा और बस्तर-दुर्ग संभाग में भी जांच चल रही है। बस्तर कमिश्नर ने पिछले दिनों तीन सदस्यीय कमेटी गठित की थी, जिसकी रिपोर्ट सोमवार को कमिश्नर को मिल जायेगी। जाहिर है कई संभागों में कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
इससे पहले भी कई भ्रष्टाचार के मामले में छत्तीसगढ़ में उजागर हो चुके हैं, जिसमें शिकायत के बाद विभाग ने निलंबन और ट्रांसफर की कार्रवाई की है। विधानसभा में लिखित जवाब में 17 अफसरों के खिलाफ जांच की जानकारी सामने आने के बाद शिक्षा विभाग में चल रही भर्राशाही का एक बार फिर खुलासा हुआ है।