भोजपुरी इंडस्ट्री के सुपरस्टार एक्टर खेसारी लाल यादव के फैंस के लिए एक बुरी खबर सामने आ रही हैं। लाखों लोगों के दिलों पर राज करने वाले खेसारी लाल यादव पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। ऐसा हम नहीं बल्कि छपरा कोर्ट ने कहा है। दरअसल, एक्टर के खिलाफ बिहार के छपरा कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है
ये मामला साल 2019 का है। कहा जा रहा है कि एक्टर ने पत्नी चंदा देवी के नाम से एक जमीन खरीद की डील की थी, जिसके लिए पैसे नहीं चुकाए गए। 22 लाख सात हजार रुपये में बात हुई थी। उसकी रजिस्ट्री 4 जून 2019 को एकमा रजिस्ट्री कार्यालय में हुई थी। नगद रुपये के एवज में खेसारी लाल यादव द्वारा 18 लाख रुपये का चेक दिया गया था जो उन्होंने 20 जून 2019 को अपने खाता में जमा कर दिया।
चेक 24 जून को वापस आ गया। पुनः उन्होंने 27 जून को जमा किया तो बैंक द्वारा 28 जून 2019 को चेक बाउंस होने की जानकारी दी गई। उसको लेकर उन्होंने यह प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस द्वारा 22 अगस्त 2020 को आरोप पत्र अंदर दफा 406 भादवि व 138 एनआई एक्ट के अंतर्गत दाखिल किया गया था।
हालांकि, चार साल पुराने इस मामले में खेसारी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पहले कोर्ट ने अंतरिम जमानत ले ली थी, लेकिन अब वह सुनवाई में हाजिर नहीं हो रहे हैं, जिस कारण कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। रसूलपुर थाना के असहनी गांव के रहने वाले मृत्युंजय नाथ पांडेय ने यह चेक बाउंस का यह मामला दर्ज करवाया था।
छपरा कोर्ट के न्यायिक दंडाधिकारी श्रेणी प्रियांशु शर्मा ने रसूलपुर थाना केस संख्या 120/19 के एनआई एक्ट विचारण संख्या 2676/23 में ये आदेश जारी किया है। इस केस में शत्रुघन कुमार उर्फ खेसारी लाल यादव आरोपी हैं। कोर्ट ने इसके साथ ही रसूलपुर थाना के धानाडीह गांव के रहने वाले खेसारी लाल यादव को मिली अंतरिम जमानत के आदेश को भी रद्द कर दिया है। ऐसे में कानूनी तौर पर मामला पेचीदा हो गया है।