उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से तीसरे सोमवार 24 जुलाई को श्रावण मास में भगवान महाकाल की तीसरी सवारी निकलेगी। सवारी में भक्तों को भगवान महाकाल के एक साथ तीन रूपों के दर्शन होंगे। भगवान महाकाल चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश व गरुड़ रथ पर शिव तांडव रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे।
मंदिर समिति से मिली जानकारी के अनुसार महाकाल मंदिर से शाम 4 बजे शाही ठाठ बाट के साथ सवारी की शुरुआत होगी। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र बल की टुकड़ी राजा को सलामी देगी। इसके बाद पालकी कोटमोहल्ला चौराहा, गुदरी, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए शाम 4.30 बजे मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी।
महाकाल पेढ़ी पर पालकी को विराजित करेंगे
यहां महाकाल पेढ़ी पर पालकी को विराजित किया जाएगा। पश्चात पुजारी भगवान महाकाल का शिप्रा जल से अभिषेक कर पूजा अर्चना करेंगे। पूजन पश्चात सवारी रामानुजकोट, कार्तिकचौक, ढाबारोड, टंकी चौराहा, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होते हुए शाम 7.15 बजे पुन: मंदिर पहुंचेगी।