रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपना वादा पूरा कर दिया है। वेटलिफ्टर ज्ञानेश्वरी यादव ASI बन गयी है। राज्य सरकार ने देर रात ज्ञानेश्वरी के लिए नियमों शिथिल करते हुए ASI बनाया है। पिछले महीने ही राजनांदगांव की बेटी ज्ञानेश्वरी ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में में गोल्ड जीतकर सनसनी फैला दी थी। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में चल रहे वेटलिफ्टिंग रैंकिंग की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में वेटलिफ्टर ज्ञानेश्वरी यादव ने फिर से स्वर्ण और रजत पदक अपने नाम किए हैं। पुलिस मुख्यालय ने ज्ञानेश्वरी को राजनांदगांव में पहली पोस्टिंग दी है।
इस उपलब्धि के बाद ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने ज्ञानेश्वरी के लिए ASI की नौकरी देने का ऐलान किया था। वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग 49 किलोग्राम में गोल्ड मेडल जीतकर ज्ञानेश्वरी देश की नंबर वन वेटलिफ्टर बन गई हैं. ज्ञानेश्वरी ने सीनियर वर्ग में रजत पदक प्राप्त किया है. इस वर्ग में उन्होंने देश की नंबर वन वेटलिफ्टर मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) से मुकाबला किया था और सिल्वर मेडल प्राप्त किया.
हाल में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स में ज्ञानेश्वरी यादव ने 164 किलोग्राम वजन उठाकर अपने पुराने रिकॉर्ड को ब्रेक करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया था. ज्ञानेश्वरी ने ग्रीस के हेराक्लिओन शहर में एक से दस मई तक आयोजित जूनियर वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैम्पियनशिप की 49 किलो वर्ग के स्नेच, क्लीन एंड जर्क स्पर्धा में 156 किलोग्राम वजन उठाया था. उन्होंने तीन सिल्वर मेडल जीते और यह कीर्तिमान हासिल करने वाली छत्तीसगढ़ की पहली महिला वेटलिफ्टर बन गईं.