रायपुर। आज बस्तर में विश्व आदिवासी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के 15 गुफाओं पर आधारित कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया।
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान जैव विविधता व प्राकृतिक धरोहर का अनोखा खज़ाना है जो जैव विविधता, स्थानीय आदिवादी संस्कृति के साथ-साथ लाइमस्टोन की गुफाएं के लिए देश विदेश में जाना जाता है। कांगेर घाटी में पाए जाने वाली लाइमस्टोन की गुफाए राष्ट्रीय उद्यान को अप्रतिम बनाती है। इसी अनुक्रम में राष्ट्रीय उद्यान द्वारा स्थानीय जियोलॉजी विभाग के विशेषज्ञ, मैदानी अमला और स्थानीय समुदाय की सहायता से अब तक कुल 15 गुफाओं का खोज किया गया है।
इसी कड़ी में पर्यटकों को राष्ट्रीय उद्यान में स्थित इन 15 गुफाओं की सुंदरता और विशेषताओं के बारे में बताने यह कॉफी टेबल बुक तैयार किया गया है। राष्ट्रीय उद्यान निदेशक श्री धम्मशील गणवीर ने बताया कि इस काफी टेबल बुक के माध्यम से देश-विदेश में राष्ट्रीय उद्यान के प्रचार-प्रसार करने मदद मिलेगी एवं राष्ट्रीय उद्यान के प्राकृतिक धरोहर को सुरक्षित करने में भी सहायता मिलेंगी।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री टी. एस. सिंहदेव, आबकारी मंत्री कवासी लखमा, बस्तर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, क्रेडा अध्यक्ष मिथिलेश स्वर्णकार, इंद्रावती बेसिन प्राधिकरण उपाध्यक्ष राजीव शर्मा, सहित बस्तर जिला के जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे।