रायपुर । सतनामी वोटरों को लेकर भाजपा ने बड़ा दांव चल दिया है। सतनामी समाज के गुरू बालदास साहेब भाजपा में शामिल हो गये हैं। गुरू बालदास साहेब के अलावे गुरू खुशवन्त दास साहेब, गुरू आसंभ दास साहेब, गुरु द्वारिका दास साहेब , गुरु सौरभ दास साहेब, लमीक्षा गुरु डहरिया, नपा अध्यक्ष, देवराज जांगड़े, जनपद सदस्य, दिनेश्वरी यशवंत टंडन , जनपद सदस्य, विनोद साहु जनपद सदस्य ने आज कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में सैंकड़ो सदस्यों के साथ भाजपा प्रवेश किया। कहा जा रहा है कि भाजपा की नजर उन 53 सीटों पर है, जहां सतनामी वोटरों का प्रभाव है। बालदास के पार्टी में शामिल होने से भाजपा को उन सीटों में अपनी पैठ को मजबूत करने में और भी आसानी हो जायेगी।
बालदास आरंग सीट से भाजपा के प्रत्याशी भी हो सकते हैं।खबर है कि बालदास लंबे समय से कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे थे। उन्हें पार्टी की तरफ से कोई पद नहीं दिये जाने से वो फिलहाल सक्रिय भी नहीं थे। पिछले चुनाव अगर 2018 की बात करें तो बालदास कांग्रेस में शामिल हुए थे। परिणाम के लिहाज से कांग्रेस को 2018 विधानसभा चुनाव में इसका फायदा भी मिला था।
छत्तीसगढ़ में आरक्षित 10 एससी सीटों में से 7 सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया था, जबकि भाजपा को सिर्फ दो और बसपा को एक एससी सीट पर जीत मिली थी। 2013 के चुनाव में बालदास ने सतनामी सेना के तौर पर प्रत्याशी उतारे थे। उस वक्त एससी सीटों पर भाजपा को काफी बढ़त मिली थी, वहीं कांग्रेस को उन सीटों पर काफी नुकसान झेलना पड़ा था। 2013 में बालदास की वजह से भाजपा को फायदा होने की बात कही गयी थी।
अब जबकि बालदास भाजपा में शामिल हो रहे हैं, तो इसका निश्चित ही फायदा भाजपा को मिलेगा। अनुसूचित वर्ग में सतनामी धर्मगुरू का काफी प्रभाव है। प्रदेश की 90 सीटों की बात करें तो आधी सीटों पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सतनामी वोटरों का प्रभाव है। ऐसे में अगर बालदास को साधने में बीजेपी कामयाब हो गयी, तो निश्चित ही भाजपा को इसका बड़ा फायदा चुनाव में हो सकता है।
इस दौरान बीजेपी के प्रदेश प्रभारी ओम प्रकाश माथुर,भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव जी,डॉ. रमन सिंह, सुनील सोनी,बृजमोहन अग्रवाल,धरम लाल कौशिक , शिवरतन शर्मा,विजय शर्मा, नवीन मार्कण्डेय,’टंकराम वर्मा उपस्थित थे।