नगर पालिका परिषद सुलभ शौचालय बना कबाड़खाना
स्वच्छ भारत के मिशन का पुरा अपमान नगर पालिका के कर्ता धर्ता को नही कोई सरोकार
जिला रिपोर्टर मनीराम आजाद
चांपा। नगर पालिका चांपा भारत स्वच्छता मिशन अवार्ड लेकर वाहवाही में नगर पालिका मस्त है लेकिन नगर पालिका का सुलभ शौचालय हालात यह है कि नगरपालिका में बनाई गई सुलभ शौचालय का हाल देखकर नही लगता कि यह नगर पालिका का सार्वजनिक सुलभ शौचालय बना हुआ है नगर पालिका सार्वजनिक सुलभ शौचालय देख-रेख के भाव में अंदर के पाऐ खाने का बुरा हाल हैं जिधर देखो उधर टूटा फूटा कबाड़ पाऐ खाने नजर आएंगे ।
जहां नगर पालिका की सुलभ शौचालय पाऐ खाने सुरक्षित नही वहा स्वच्छ भारत मिशन का वाह वाही लूटने में मस्त हैं। देखा जाए तो नगर पालिका चांपा शहर की पूरी व्यवस्था को कायम रखने में हमेशा से ही पीछे रही है नगर पालिका की सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था मरम्मत करने के लिए मैनेजमेंट की व्यवस्था नहीं हो पा रही है जरा सोचो सार्वजनिक सुलभ शौचालय नगर पालिका की हालत यह है कि आप वहां पर पाऐ खाने करने डर जाएंगे क्योंकि हालत इतनी बुरी है कभी भी अंदर टूट कर धास सकता है। नगर पालिका की मनमानी सुस्त कार्यप्रणाली सार्वजनिक सुलभ शौचालय को पाऐ खाने की दशा देकर स्वच्छ भारत मिशन को मुँह चिढ़ाते हुई दिखाई दे रही है
सार्वजनिक सुलभ शौचालय के पाऐ खाने के अंदर चारो तरफ गंदगी का आलम है जिधर देखो घुटखा बीड़ी सिगरेट शराब की बोतल मिल जायेंगे खास बात यह है कि नगर पालिका की पाऐ खाने जर्जर स्थिति का कूड़ा दान बन चुका है। नगर पालिका की सार्वजनिक शौचालय हालात बत से बतर दिनों दिन होती जा रहीं है वही नगर पालिका के द्वारा मैनेजमेंट के नाम पर लाखों रुपए बंदर बाट करने से पीछे नहीं हटती है सार्वजनिक शौचालय की पाऐ खाने की टंकी अंदर से पूरी रीति से टूट चुकीं हैं जो कभी भी धास सकती हैं ध्यान देने की बात यह है कि सार्वजनिक सुलभ शौचालय नगर पालिका के रंगाई पुताई में सब नाम सबको मिटा दिया जिससे नगर पालिका के जवाबदेही अधिकारी इसोर ध्यान देकर मरम्मत कार्य को पूरी करनी चाहिए ।