राष्ट्राध्यक्षों के स्वागत के लिए सज गई दिल्ली, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के साथ आज डिनर करेंगे पीएम मोदी
नई दिल्ली। G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए नई दिल्ली पूरी तरह तैयार है. शनिवार से शुरू होने जा रहे दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के लिए प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों का शहर में आने का क्रम जारी है. प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों का स्वागत पारंपरिक भारतीय लोक नृत्य और संगीत के साथ किया जा रहा है.
G20 सम्मेलन में शामिल होने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन आज शाम को भारत पहुंचेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो बाइडेन को डिनर पर इनवाइट किया है. दोनों नेता आज शाम को 7.30 बजे लोक कल्याण मार्ग पर स्थित पीएम आवास पर मिलेंगे. इसके बाद पीएम मोदी के साथ डिनर करेंगे. दोनों नेताओं की आज द्विपक्षीय बैठक भी है.
अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद जो बाइडेन का यह पहला भारत दौरा है. साल 2020 में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत आए थे. जो बाइडेन और पीएम मोदी का यह दूसरी बार स्पेशल डिनर होगा. इससे 3 महीने पहले प्रधानमंत्री मोदी के राजकीय दौरे के दौरान जो बाइडेन ने उनके लिए व्हाइट हाउस में खास डिनर का आयोजन किया था. दोनों नेताओं की द्विपक्षीय वार्ता के दौरान भारत-अमेरिका की व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने पर जोर दिए जाने की संभावना है.
15 से अधिक द्विपक्षीय बैठक करेंगे मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व नेताओं के साथ 15 से अधिक द्विपक्षीय बैठकें करेंगे. 8 सितंबर को पीएम मॉरीशस, बांग्लादेश और अमेरिका के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. 9 सितंबर को G20 बैठकों के अलावा पीएम यूके, जापान, जर्मनी और इटली के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे और 10 सितंबर को पीएम फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ वर्किंग लंच मीटिंग करेंगे. वह कनाडा के साथ एक अलग बैठक करेंगे और कोमोरोस, तुर्किये, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण कोरिया, ईयू/ईसी, ब्राजील और नाइजीरिया के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे.
क्या है G20 समूह
बता दें कि G20 दुनिया के सबसे प्रभावशाली देशों का समूह है. इसके सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं. जी20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं.