केंद्र चावल ले या न ले, हम किसानों से 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदेंगे, “भरोसे के सम्मलेन” में CM ने की बड़ी घोषणा
राजनांदगांव। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजनांदगांव में “भरोसे के सम्मलेन” में किसानों के लिए बड़ी घोषणा की। भरोसे के सम्मलेन में घासी दास बाबा के जयकार से भूपेश बघेल ने भाषण की शुरुआत की। कार्यक्रम के दौरान हो रही बारिश का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि अन्नदाता प्रसन्न हैं तो ऊपर वाला भी प्रसन्न है।
उन्होंने बताया कि यह पांचवां भरोसे का सम्मेलन है। साहित्यकारों और लोक कलाकरों का उल्लेख किया। बघेल ने कहा कि रमन सिंह 15 साल तक मुख्यमंत्री थे। देश में जो 110 सबसे पिछड़ा जिला था उसमें राजनांदगांव भी एक था। यहां किसान आत्महत्या कर रहे थे। चीटफंड कंपनियों के जरिये यहीं लूटपाट हो रही थी। वही लूटने का काम अब पेट्रोल डीजल का दाम बढ़ाकर केंद्र सरकार कर रही है।
रमन सिंह सरकार ने केवल ठगने का काम किया। दवाई में मिलावट की वजह से आंख फोड़वा कांड हुआ, क्योंकि दवाई में रमन सिंह ने कमीशन खाया था। बिलासपुर में नसबंद और गर्भास्य कांड हुआ। यह सब नकली दवा के कारण हुआ। इसके लिए रमन सिंह जिम्मेदार थे। भाजपा ने हर साल धान पर बोनस देने का वादा किया था, लेकिन नहीं दिया। बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार धान खरीदती है। उन्होंने बताया कि केंद्र ने फिर राज्य का चावल का कोटा कम कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से किसान, मजदूर, नवजवान और आम लोगों के लिए काम करती है। केंद्र सरकार चावल खरीदने या न खरीदे हर हाल में हम किसान से 20 क्विंटल धान खरीदेंगे।
जनगणना नहीं कराने को लेकर भी बघेल ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी बार-बार जनगणना कराने का आग्रह कर रही है, लेकिन मोदी सरकार जनगणना नहीं करा रही है। इससे गरीबों को आवास नहीं मिल पा रहा है निराश्रितों को पेंशन नहीं मिल रहा है। सीएम ने बताया कि राज्य में 30 हजार शिक्षकों की भर्ती की गई है। अभी 42 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। 21 सितंबर को भिलाई में प्रियंका जी आएंगी।
आज भरोसे के सम्मेलन में आप सभी के बीच हम उपस्थित हुए हैं। यहां खूब बारिश हो रही है। अन्नदाता बहुत खुश है। अब तक 4 भरोसे का सम्मेलन हो चुका है। आज हमारे बीच खड़गे जी पुनः आये हैं। यह मुक्तिबोध की धरती है। हमारे लोककलाकारों की धरती है। राजनांदगांव संस्कारधानी है। यहाँ से निकले बड़े कलाकारों को नमन करता हूँ।
. सबका राशन कार्ड बन रहा है। किसी का राशन कार्ड कट नहीं रहा है। नई बहू आ गई, परिवार अलग हो गया तो भी राशन कार्ड बन रहा है। आदिवासी क्षेत्र में गुड़ बंट रहा है। किसी गरीब को अनाज के बिना तकलीफ नहीं हो रही है। हम किसानों से 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान भी खरीदेंगे।
. कोरोना महामारी के बावजूद हमने किसानों से धान की खरीदी जारी रखी। हम हमेशा किसान, मजदूर के हित में काम करते हैं। हम दो रुपए में गोबर खरीदते हैं। आज गौपालक हो, किसान हो, बेरोजगार साथी हो, हम सबको पैसा देते हैं। हम हर पंद्रह दिन में डीबीटी के माध्यम से पैसा देते हैं। हर तीन महीने में किसानों के खाते में पैसे डालते हैं। तेंदूपत्ता संग्राहकों को पैसा भेजते हैं। बेरोजगारों को हर महीने पैसे देते हैं।
. हम आम जनता को ताकतवर बनाने का काम करते हैं। हमने फैसला किया है कि सात लाख लोगों को पक्की छत देना है। हमने अभी जो सामाजिक आर्थिक सर्वे कराया है उसमें 47 हजार लोग ऐसे मिले हैं जिन्हें मकान चाहिए, उन्हें हम मकान दिलाएंगे।
. हमने शिक्षा के क्षेत्र में भी बढ़िया काम किया है। 30 हजार शिक्षकों की भर्ती की है। पुरानी पेंशन स्कीम लांच की है। कोटवारों, मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाया है।
. हम अपने त्योहारों पर अवकाश दे रहे हैं। बहुत सुंदर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन कर रहे हैं। राजीव युवा मितान क्लब के सदस्य इनके आयोजन में सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं।
. छत्तीसगढ़ को सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से समृद्ध करने का काम हम लोग करेंगे।
ग्राम ठेकवा में आयोजित भरोसे का सम्मेलन के मंच पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित अन्य नेता मंच पर पहुंच गए हैं। राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम ठेकवा में भरोसे का सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में नेता प्रतिपक्ष राज्यसभा मल्लिकार्जुन खड़गे और कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी एवं खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिले के लिए 355 करोड़ 23 लाख रूपए की लागत के कुल 1 हजार 867 के विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया । जिसमें 177 करोड़ 86 लाख रूपए के 1 हजार 691 कार्यों का भूमिपूजन एवं 177 करोड़ 36 लाख रूपए के 176 कार्यों का लोकार्पण शामिल है। इस दौरान शासन की विभिन्न योजना अंतर्गत 8 हजार 593 हितग्राहियों को 3 करोड़ 25 लाख 74 हजार रूपए की सामग्री का वितरण किया गया।