रायपुर । छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गयी है। एक तरफ जहां भाजपा ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर राजभवन तक मार्च कर राज्यपाल से शिकायत की है, तो वहीं दूसरी तरफ से कांग्रेस ने भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार के आंकड़े सामने कर अपराध के मुद्दे पर भाजपा को घेरा है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद महिलाओं के प्रति अपराधों में कमी आई है। कांग्रेस ने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं 2018 के बाद छत्तीसगढ़ में महिलाओं के प्रति अपराधों में 68 प्रतिशत तक कमी आई है। संगठित अपराधों में 72 प्रतिशत तक कमी आई है।
राज्य में नक्सल अपराधों तक में 80 प्रतिशत तक कमी आई है। रमन राज की अपेक्षा बलात्कार और छेड़छाड़ की घटनायें गौण हुई है।प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपाई तथाकथित अपराधों को लेकर बेशर्मीपूर्वक राजभवन गये थे। प्रदेश की जनता भूली नहीं कि कैसे रमन राज में झलियामारी, आमाडोला जैसी घटनायें होती थी। झलियामारी में तो 6 से 14 तक की मासूम बच्चियों के साथ महीनों अनाचार की घटनाएं हुई और रमन सरकार घटना की रिपोर्ट नहीं होने दे रही थी, कांग्रेस के आंदोलन के बाद एफआईआर हुआ था। रमन राज में 27000 से अधिक बच्चियां लापता हो गयी थी, हर रोज 6 बलात्कार की घटनाएं भाजपा शासन काल में होती थी जिसमें अब कमी आई है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा बलात्कार जैसे अपराधों में भी घटना के आधार पर सेलेक्टिव पॉलिटिक्स करती है। जब नेता प्रतिपक्ष का बेटा आदिवासी महिला के साथ दुराचार करता है तो पूरी भाजपा बचाव में उतर जाती है। भाजपा ब्रम्हानंद नेताम जैसे मासूम बच्ची के दुराचारी को प्रत्याशी बनाती है। आरंग में भाजपा मंडल के उपाध्यक्ष का बेटा सामूहिक दुराचार करता है तो भाजपा चुप रहती है। दिल्ली में महिला पहलवान धरना देती है केंद्र सरकार भाजपा के सांसद के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करती उल्टे पूरी भाजपा छेड़खानी के आरोपी का बचाव करती है। कठुआ, उन्नाव में पूरी भाजपा बलात्कारियों के साथ खड़ी थी। मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाया जाता है तो भाजपा एक शब्द भी नहीं बोलती यह भाजपा का मूल चरित्र है।