फर्जी कर्नल को पुलिस ने किया गिरफ्तार ,नौकरी दिलाने का झांसा दे कर करता था ठगने का काम
मेरठ |मेरठ- कंधे पर लगे हुए स्टार सी की वर्दी और इंडियन आर्मी वाला रॉक यह देखकर कोई भी इसे करनाल ही समझेगी लेकिन चौकिये मत यह कोई अफसर नहीं है बल्कि एक बहरूपिया है जो सेना में ड्राइवरी की नौकरी करता था 20 साल पहले रिटायर हो गया है 2003 में सेवा से रिटायर होने के बाद बट ठगी का काम लगातार कर रहा है।
रौब झाड़कर करता था ठगी
सेवा में वह नायक के पद पर कम कर रहा था तब से लेकर आज तक उसने लोगों के साथ नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी की है और 45 लख रुपए की शपथ लगाई है लोगों का झांसा देने के लिए वह फर्जी वर्दी पहना था खुद को करनाल बताता था इसके साथ अपने साथ में कुछ लड़कों को भी रखता था जो किराए के थे ताकि यह लगे कि वह एक कर्नल है यह लड़के भी आर्मी यूनिफॉर्म में फर्जी करनाल के साथ में रहते थे ताकि अगला व्यक्ति प्रभाव में आ जाए और उसे पैसा दे दे अब तक वह 45 लख रुपए से भी ज्यादा की रकम एठ चुका है ताकि का शिकार हुए तमाम युवाओं ने पुलिस से इसकी शिकायत की थी पुलिस ने जानकारी एसटीएफ के साथ में शेर की एसटीएफ ने इंटेलिजेंस रिपोर्ट के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया है फर्जी करनाल के साथ में पूछताछ की जा रही है।
STF एएसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया, फर्जी कर्नल बनकर भर्ती का झांसा देने वाला सत्यपाल 1985 में इंडियन आर्मी में भर्ती हुआ था। 2003 में नायक एम्टी ड्राइवर की पोस्ट से रिटायर हुआ था। सत्यपाल खुद 10वीं फेल है। इसकी पोस्टिंग मेरठ ,लखनऊ सेंटर, सिक्किम, अमृतसर, श्रीनगर जे&के में रही है। रिटायरमेंट के 3 साल बाद सत्यपाल को पैरालिसिस हो गया था।
इसके बाद सत्यपाल ने पैसा कमाने के लिए यह तरीका निकाला। युवाओं को रौब दिखाकर फंसाता, बाद में सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर उनसे रकम लेता। सत्यपाल सिंह मेरठ के कसेरु बक्सर थाना गंगानगर का रहने वाला है। यहीं से STF टीम ने उसे पकड़ा है।
2019 में भी सत्यपाल पर ठगी की एफआईआर दर्ज की गई थी. इसके बावजूद भी ठगी का गोरखधंधा बदस्तूर जारी रहा. आर्मी इंटेलिजेंस के इनपुट पर एसटीएफ की टीम ने काम करते हुए सत्यपाल को गिरफ्तार कर लिया. जिसके पास से पांच जॉइनिंग लेटर, स्टांप, सेना की वर्दी और फर्जी पहचान पत्र बरामद हुआ है. एसटीएफ की टीम ने जब पूछताछ की तो कई ऐसे लोग सामने आए जो सत्यपाल की काली करतूत का शिकार हुए हैं और अपनी खून पसीने की पूंजी इन ठगों के हाथ में दे चुके हैं. फिलहाल गंगानगर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके बेटे की तलाश जारी