रायपुर । कांग्रेस में प्रत्याशियों के टिकटों को लेकर मंथन का दौर जारी है। ऐसे में टिकट को लेकर बागी तेवर अपनाने वाले नेताओं के खिलाफ पार्टी ने एक्शन लेना भी शुरू कर दिया है। चुनाव से ठीक पहले पीसीसी चीफ ने बेमेतरा से कांग्रेस विधायक को पार्टी की प्राथमिक सदस्या से एक साल के लिए निष्कासित कर दिया है। वहीं विधायक के खिलाफ बोलने वाले पार्षद को नोटिस जारी किया गया है।चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के इस एक्शन से साफ है कि टिकट वितरण को लेकर पार्टी में सबकुछ सही नही चल रहा है। पार्टी हाईकमान भले ही टिकट की दावेदारी के लिए शक्ति प्रदर्शन और बागी तेवर न दिखाने की हिदायत दे रही हो, लेकिन चुनावी साल में टिकट को लेकर उम्मीदवार और कार्यकर्ता उग्र नजर आ रहे है।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति दलों में उठा-पटक मचा हुआ है। प्रदेश में सत्तासीन कांग्रेस पार्टी में उम्मीदवारों के नाम को लेकर एक तरफ जहां मंथन का दौर जारी है। वहीं दूसरी तरफ टिकट की दावेदारी कर रहे नेता और उनके समर्थकों के बागी तेवर भी अब सामने आने लगे है। पहला मामला बेमेतरा जिला का है। यहां असंगठित कामगार-कर्मचारी कांग्रेस में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सौरभ निर्वाणी को कांग्रेस ने एक साल के लिए निष्कासित कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री मलकीत गेंदु ने रविवार को निष्कासन आदेश जारी कर किया है। आदेश पत्र में पार्टी की ओर से बताया गया है कि निर्वाणी प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के सामने बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा के ऊपर अनर्गल आरोप लगाने, नारेबाजी करने में शामिल थे।
इस संबंध में उन्हे नोटिस जारी किया गया था, नोटिस का संतोषप्रद जवाब नही मिलने पर उन्हे पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से एक साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। दूसरी तरफ इस आदेश के जारी होने के बाद बेमेतरा के कांग्रेस नेता निर्वाणी ने बताया कि वह उनकी पत्नी प्रज्ञा निर्वाणी बेमेतरा जिला पंचायक सदस्य हैं। बेमेतरा सीट से वह विधायकी का दावा कर रही हैं। जहां से इस समय आशीष छाबड़ा कांग्रेस विधायक हैं। सौरभ ने बताया कि हमे जब नोटिस मिला तो हमने जवाब दे दिया। छोटी सी बात के लिए पार्टी से निकालना हैरान कने वाला है। मौजूदा वक्त में आम आदमी पार्टी और भाजपा के लोग संपर्क में हैं, आने वाले वक्त में जो भी उचित होगा वैसा फैसला करेंगे। दूसरा मामला राजधानी रायपुर का है।
यहां कांग्रेस पार्षद नागभूषण राव को पार्टी ने कारण बताओं नोटिस जारी किया है। नाभूषण राव ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर विधायक सतनारायण शर्मा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर दिया था। मामला कुछ दिन पहले का है, क्षेत्र में पट्टा देने वाली सर्वे लिस्ट से सैकड़ों गरीब परिवारों का नाम हट जाने का विरोध करते हुए राव ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया था। कांग्रेस पार्टी के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैंदु ने यह नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। नोटिस मिलने के बाद कांग्रेस पार्षद नागभूषण राव ने अपना पक्ष रखते हुए विधायक के खिलाफ किसी भी प्रकार की टिप्पणी नही करने की बात कही है। पार्षद ने कारण बताओं नोटिस मिलने की बात कहते हुए 3 दिन के अंदर में इसका स्पष्टीकरण अपनी पार्टी को सौपने की बात कही है।