महासमुंद। महासमुंद पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान बोधिसत्वों में से एक अवलोकितेश्वर पद्मपाणी की 10वीं-11वीं सदी की प्राचीनतम मूर्ति की तस्करी करते 3 अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है, वहीं एक फरार है।
तस्करों से बरामद मूर्तियों की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग दो करोड़ पचास लाख रुपए बताई जा रही है। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त कार से बौद्ध धर्म के देवता अवलोकितेश्वर पद्मपाणी की 2 प्रतिमाएं बरामद की है। सभी आरोपी मध्यप्रदेश के हैं।
पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह और उप पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरेपुंजे ने जानकारी देते हुए बताया कि 23 सितंबर को सिंघोड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत अन्तरराज्यीय चेक पोस्ट रेहटीखोल (छग ओडिशा बॉर्डर) के पास पुलिस संदिग्ध वाहनों की चेकिंग कर रही थी, तभी बरगढ़ ओडि़शा की तरफ से एक सफेद रंग की कार तेज रफ्तार से आते दिखी।
चेक पोस्ट पर वाहन चेकिंग करते जवानों को देख आरोपी वाहन को चेकपोस्ट से पहले छोडक़र भागने लगे। जिसे पुलिस की टीम ने दौड़ाकर तीन लोगों को पकड़ा और एक भागने में सफल रहा। फरार आरोपी की तलाश जारी है।
तीनों को पकडऩे के बाद वाहन की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान पीछे डिक्की से छोटी, बड़ी 2 मूर्ति मिली।
मूर्ति के संबंध में पूछताछ करने पर उक्त व्यक्तियों ने बताया कि बीते 18 सितंबर को इंदौर से ओडिशा जाने के लिए निकले थे। 21 सितंबर को जिला अंगूल ओडिशा के 60-70 किमी. आगे पहुंचे। वहां पर एक मंदिर था। उक्त मंदिर में स्थापित छोटी, बड़ी 2 मूर्तियों की चोरी कर कार के डिक्की में रखकर वापस इंदौर मध्यप्रदेश जा रहे थे।
पकड़े गए व्यक्तियों का नाम बलराम यादव (48 वर्ष) कलौदहाला जिला इंदौर, मध्यप्रदेश, सुरेन्द्र पाल ( 40) वार्ड नं. 16 जिला इंदौर मध्यप्रदेश तथा सुधीर अहीर (18 वर्ष) कृष्णबाग कॉलोनी इंदौर के रहने वाले हैं।