रायपुर। भाजपा की परिवर्तन यात्रा को छत्तीसगढ़ की जनता ने नकार दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि जनता भाजपा की परिवर्तन यात्रा में शामिल ही नही होना चाहती, पूरी ताकत देश भर से केन्द्रीय नेताओें को बुलाने के बाद भी भाजपा की परिवर्तन यात्राओं में होने वाली सभा में सामान्य नुक्कड़ सभाओं के बराबर भी भीड़ नही एकत्रित हो रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ के आगामी विधानसभा चुनाव में अवश्यंभावी हार, भाजपा के प्रति भयंकर आक्रोश और भूपेश सरकार को मिलते अपार जन स्नेह के भय से भाजपा के केंद्रीय नेता छत्तीसगढ़ में आयोजित परिवर्तन यात्रा व अन्य कार्यक्रमों में आने से कतरा रहे हैं। भाजपा नेता एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का छत्तीसगढ़ दौरा लगातार दूसरी बार रद्द हुआ है। पिछली बार जब अमित शाह कांग्रेस के खिलाफ आरोप पत्र जारी करने छत्तीसगढ़ आए थे तब 1000 लोगों की क्षमता वाला हॉल भी पूरी तरह भर नहीं पाया था।उसके बाद दंतेवाड़ा में परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए अमित शाह आने वाले थे मगर सम्मानजनक भीड़ नहीं जुट पाने के कारण अमित शाह ने अपना दौरा रद्द कर दिया और भाजपा द्वारा मौसम को बहाना बना दिया गया। उसके बाद किरकिरी को संभालने के लिए भाजपा द्वारा स्मृति ईरानी के परिवर्तन यात्रा में शामिल होने का जुमला छोड़ा गया मगर स्मृति ईरानी भी जगदलपुर तक पहुंची और दंतेवाड़ा के परिवर्तन यात्रा में शामिल होने के बजाय जगदलपुर से से ही वापस बैरंग वापस लौट गई। कुल मिलाकर भाजपा के नेता कार्यकर्ता टकटकी लगाकर केंद्रीय नेताओं की राह देखते रहे मगर कोई भी परिवर्तन यात्रा में नहीं पहुंचा। आज भी 22 सितंबर शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह का छत्तीसगढ़ दौरा था जिसे बिना कोई कारण बताये रद्द कर दिया गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को अच्छी तरह पता है कि जनकल्याणकारी भूपेश सरकार के खिलाफ उनके पास कोई भी मजबूत मुद्दा नहीं है जिससे वह सरकार को घर पाए। भूसे के ढेर में सुई की तरह भाजपा मुद्दा खोज रही है मगर कोई सफलता नहीं मिलने के कारण भाजपा हताश हो गयी है। केंद्रीय नेतृत्व के लगातार छत्तीसगढ़ दौरों के बाद उनके सामने यह भी स्पष्ट हो चुका है कि 15 साल दमन, भ्रष्टाचार, और नाकामियों की रमन सरकार के कुकर्म अब भी आमजन भूली नहीं है। भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के सामने यह स्पष्ट है कि भूपेश सरकार के नवाचारी जनकल्याणकारी कामों और पूरे किए गए वादों के सामने मोदी शाह और भाजपा नेताओं के लोकलुभावन भाषण निरर्थक हैं इसीलिए उन्हें लगातार अपने दौरे रद्द करने पड़ रहे हैं।