रायपुर । छत्तीसगढ़ में पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए चल रही छत्तीसगढ़िया ओलंपिक प्रतियोगिता अब अंतिम दौर पर पहुंच चुकी है। 25 सितंबर से राज्य स्तरीय ओलंपिक की शुरूआत हो रही है। 27 सितंबर तक चलने वाली इस 3 दिवसीय राज्य स्तरीय ओलंपिक प्रतियोगिता में संभाग स्तरीय प्रत्येक खेल के विजेता प्रतिभागी एवं दल अपने खेल जौहर का प्रदर्शन करेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल एवं खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल के मार्गदर्शन में चल रही छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को इस वर्ष भी अभूतपूर्व लोकप्रियता मिल रही है।
संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार राज्य स्तरीय छत्तीसढ़िया ओलंपिक प्रतियोगिता का आयोजन रायपुर के 4 खेल मैदानों में किया जा रहा है। सरदार बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियत बुढ़ापारा में फुगड़ी, बिल्लस, भंवरा, बांटी (कांचा), रस्सीकूद एवं कबड्डी का आयोजन हो रहा है। इसी तरह संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण रायपुर परिसर के खुला मैदान में संखली, रस्साकसी, लंगड़ी, गिल्ली डंडा, पिट्ठुल एवं गेेड़ी दौड़ की प्रतियोगिता होगी। स्वामी विवेकानंद स्टेडियम कोटा में 100 मीटर दौड़, लंबी कूद, रस्सी कूद एवं कुश्ती और नेताजी सुभाष स्टेडियम में खो-खो की प्रतियोगिताएं आयोजित किए जा रहे हैं। प्रत्येक खेल में आयुवार एवं वर्गवार टाइम सेड्यूल जारी किए गए हैं। प्रतियोगिता सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक चलेगी।
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में युवाओं के साथ ही बूढ़े, बच्चें एवं महिलाएं भी इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में लंबी कूद, 100 मीटर दौड़ एवं कुश्ती के खेल में 18 से 40 वर्ष की आयु वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करने की घोषणा की है। यह प्रावधान इसी सत्र से लागू होगा।