बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं के लिए योजनाएं चलाई जा रही है, जिसमें गर्भवती माता को महतारी एक्सप्रेस के माध्यम से अस्पतालों तक पहुंचाया जाता है ताकि जच्चा और बच्चा सुरक्षित रहे। लेकिन ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा है आज हम आपको एक ऐसी तस्वीर दिखाने जा रहे हैं इस तस्वीर ने पूरी व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है।
दरअसल पूरा मामला बलौदा बाजार विकासखंड के ग्राम पंचायत कोरद का है जहां पर सड़क नहीं होने साथ ही जल भराव की स्थिति निर्मित होने के चलते गर्भवती महिला को प्लास्टिक की कुर्सी पर बैठकर परिजनों द्वारा कीचड़ भरे रास्ते से मुख्य मार्ग तक लाया गया। वहां से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लवन में भर्ती कराया गया, जहां पर महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया, लेकिन सड़क नहीं होने की वजह से गर्भवती माता को स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित महतारी एक्सप्रेस का लाभ नहीं मिल पाया।
इतना ही नहीं बरसात के चार महीने जल भराव की स्थिति निर्मित होने से लोगों का जनजीवन खासा प्रभावित होता है, स्कूली बच्चे उसी रास्ते को पार कर स्कूल आने जाने को मजबूर है लेकिन अब तक शासन प्रशासन समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों की नजर इस समस्या की ओर केंद्रित नहीं हुई है। यही कारण है की मोहल्लेवासी आज भी नरकी जीवन जीने को मजबूर हैं।