रायपुर, छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। इसके साथ ही सभी राजनीतिक पार्टियों में उथल पुथल शुरू हो गई है। इस बीच अब खबर आ रही है कांग्रेस और भाजपा को टक्कर देने के लिए एक नई पार्टी का गठन कर लिया गया है। छत्तीसगढ़ के स्थानीय लोगों के हक़ के लिए लड़ने वाले संगठन ‘छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना’ को राजनीतिक दल की मान्यता मिल चुकी हैं।
क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल ने बताया कि छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है।अपने एक बयान के छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना’ के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल ने साफ़ किया कि आगामी 21 अक्टूबर को राजधानी रायपुर में उनकी पार्टी को लांच किया जाएगा। अमित बघेल ने कहा कि बीते 10 सालों से ‘छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना’ को लेकर तैयारियों की जा रही थी। उन्होंने उम्मीद जताई कि वह विधानसभा चुनाव 2023 में भारी बहुमत के साथ विजय हासिल करेंगे।अमित बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़िया नहीं, छत्तीसगढ़ियावादी सरकार बनेगी।
छत्तीसगढ़ के लोगों को भाजपा और कांग्रेस ने केवल छलने काम किया है। छत्तीसगढ़ में बाहर के लोग मलाई खा रहे हैं, इसलिए हमने जनता के आह्वान पर चुनावी मैदान में आने का फैसला लिया है। अमित बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आउटसोर्सिंग को बंद की जाएगी और स्थानीय युवाओं का नौकरी दिलवाई जाएगी।उन्होंने ने कहा जनता के अधिकार के लिए लड़ते हुए क्रांति सेना के लोग जेल नहीं,अब विधानसभा जाएंगे।
ज्ञात हो कि राज ठाकरे की अगुवाई में महाराष्ट्र के सक्रिय “महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना” यानि मनसे की तर्ज पर छत्तीसगढ़ मे ” छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना” का नाम का संगठन सक्रीय है। यह संगठन छत्तीसगढ़ में स्थानीय संस्कृति, भाषा और मूल निवासियों के संरक्षण की दिशा में कार्य करने का दावा करता है। छत्तीसगढ़ में अन्य राज्यों से आकर बसने वाले लोग की तुलना में मूल निवासियों के प्रति सजग है।