रायपुर । रेणुका सिंह फ्री स्टाइल पॉलिटिक्स के लिए जानी जाती है। इस चुनाव में भी उनका ये अंदाज दिख रहा है। पिछले 24 घंटे उनके दो बयानों ने विवाद खड़ा कर दिया है। एक सोनिया गांधी को धक्का मारकर बाहर करने को लेकर दिया गया उनका बयान था, दूसरा उन्होंने मंगलवार को सार्वजनिक मंच से लिया। रेणुका सिंह ने खुले मंच से दिये बयान का वीडियो सोशल मीडिया में बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है।
रेणुका सिंह ने कहा है कि अधिकारियों को प्रेशर डालकर काम करवाया गया, जो नहीं दिया, रातों रात ट्रांसफर कर दिया गया,विधायक डरा हुआ है हमारे कार्यकर्ताओ को परेशान करेंगे।केल्हारी के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए रेणुका सिंह ने कार्यकर्ताओ को कहा आप 56 इंच वाले मोदी जी के दल के कार्यकर्ता है किसी से डरने घबराने की जरूरत नही है।
पुलिस वाले आकर रास्ता रोकना चाहे तो जो सीमा पार करना चाहते है सीमा पार करिए, क्योंकि जब मैं मंडल अध्यक्ष थी मेरे ऊपर 12 केस लगे थे। 200 धाराएं लगी थी। मैं वो नेता हूं कि जो मेरे कार्यकर्ता की एक उंगली काटेगा तो मैं उसका एक हाथ काटकर दूसरे हाथ मे देना जानती हूं।
रेणुका सिंह को जारी हो चुका है नोटिस
चुनाव प्रचार के साथ ही प्रत्याशियों पर भी चुनाव आयोग का शिकंजा कसने लगा है। केंद्रीय मंत्री व भरतपुर सोनहत से प्रत्याशी रेणुका सिंह को जिला निर्वाचन अधिकारी ने नोटिस जारी किया है। प्रत्याशी रेणुका सिंह के अलावे अन्य कार्यकर्ताओं को भी नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा है।
दरअसल केन्द्रीय राज्य मंत्री व भाजपा प्रत्याशी रेणुका सिंह ने चुनाव प्रचार के दौरान आदर्श आचार संहिता उल्लंघन करते हुए तय सीमा से ज्यादा गाड़ियों के साथ चुनाव प्रचार किया था। रेणुका सिंह ने सोनहत क्षेत्र में बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ जनसंपर्क किया था। इस दौरान उनके काफिले में 40 से अधिक गाड़ियां थी। इतनी बड़ी संख्या में गाड़ियों के साथ चुनाव प्रचार की सूचना व पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी। भतरपुर सोनहत से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद रेणुका सिंह 15 अक्टूबर को बड़ी तादाद में लोगों के साथ पहुंची थी। जिला निर्वाचन अधिकारी ने तीन दिवस के अंदर जवाब देने को कहा है।