रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लागू है, चुनाव में मतदाताओं को प्रलोभन देने या उन्हें रिझाने के लिए दारु, गिफ्ट , पैसे बांटने की सख्त मनाही है। ऐसा करने पर एक साल की जेल तक हो सकती है, लेकिन चुनाव जीतने की जुगत में लगे लोग ऐसी हिमाकत करने से नहीं चूक रहे हैं। महज 10 दिन में चुनाव आयोग की सर्विलांस टीम 10 करोड़ का सामान जब्त कर चुकी है, जबकि करीब एक महीना ओर बाकी है। ऐसे में फ्रीबीज के सामान जब्त होने का इस साल रिकार्ड टूटेगा।
बता दें कि 9 अक्टूबर को प्रदेश में आचार संहिता लगने के साथ चुनाव आयोग की कई सर्विलांस टीम एक्टिव हो गई, चुनाव प्रभावित करने के लिए साड़ी, कंबल, पायल,बिछिया, दारु, कैश बांटने की इनपुट पर छापेमारी शुरू हुई। इसका नतीजा है कि पिछले 10 दिनों में ही करीब 10 करोड़ रुपये का सामान जब्त किया जा चुका है। यह अपने आप में रिकार्ड है, क्योंकि पिछले चुनाव के पूरे आदर्श आचार संहिता कार्यकाल में सिर्फ 11 करोड़ का सामान बरामद किया गया था, लेकिन इस बार तो सिर्फ 10 दिनों में ये आंकड़ा छूने को है।
उप निर्वाचन अधिकारी अपूर्वा टोप्पो ने बताया कि राज्य और केंद्र की 19 टीम पूरे प्रदेश में ऐसी कोशिश पर कार्रवाई कर रही है, वाहनों की चेकिंग और गुप्त इनपुट के आधार पर अब तक 3 करोड़ से ज्यादा का कैश पकड़ा जा चुका है। 52 लाख की शराब और करीब पौने दो करोड़ की नशे की गोलियां भी जब्त की है, जो संभवत चुनाव में बंटने वाले थे। 2 करोड़ के सोने चांदी भी जब्त किए गए हैं, लेकिन सबसे ज्यादा सामना चुनावों में फ्री में बांटी जाने वाली साड़ी, आर्टिफिशयल गहने, बर्तन के रुप में बरामद हुए हैं। करीब 3.5 करोड़ रुपये के ये सामान जब्त हुए हैं।
चुनाव में बांटे जाने वाले जो सामान जब्त किए गए हैं, उनमें सबसे ज्यादा 82 लाख का सामान राजनांदगांव से, 23 लाख का सामान बिलासपुर से, 10 लाख का सामान कबीरधाम से और जांजगीर चांपा जिलों से बरामद किया गया है, चुनाव आयोग की टीम ने जिन लोगों से ये 10 करोड़ के सामान जब्त किए है,भले ही उनका अब तक राजनीतिक संबंध साबित नहीं हो पाया हो, लेकिन ये साफ है कि जनता को फ्री के बर्तन, गहने, पैसे बांट कर वोट पाने का खेल अब भी खूब चल रहा है।