अंबिकापुर । छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती भले ही शुरू हो गयी है। लेकिन कांग्रेस में टिकट कटने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर अब भी जारी है। कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह के टिकट कटने पर उन्होने टी.एस.सिंहदेव पर बीजेपी के साथ समझौते का गंभीर आरोप लगाया था। बृहस्पति सिंह के इस बयान पर डिप्टी सीएम सिंहदेव ने पलटवार किया है। उन्होने कहा कि भाजपा के सिद्धांत अलग हैं और कांग्रेस के अलग ऐसे में सिद्धांतों को लेकर कोई समझौता नहीं हो सकता। वहीं बृहस्पति सिंह के बयान पर बाबा ने कहा वह उनकी बात सुनते ही नहीं, एक कान से सुनकर दूसरे कान से निकाल देते है।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के नामांकन की प्रक्रिया 21 अक्टूबर से शुरू हो गयी है। प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस और बीजेपी सत्ता में वापसी को लेकर ऐढ़ी-चोटी का जोर लगाये हुए है। लेकिन दोनों ही पार्टियां टिकट वितरण के बाद से ही अंतर्कलह से जूझ रही है। टिकट कटने से नाराज उम्मीदवार बागी तेवर दिखाने के साथ ही अपने ही बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगा रहे है। कांग्रेस में नाराजगी और बगावत के सुर खुलकर सामने आने लगे है। कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में सरगुजा संभाग के चार विधायकों के टिकट कटने के बाद रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह ने डिप्टी सीएम सिंह देव पर गंभीर आरोप लगाए थे
बृहस्पति सिंह ने आरोप लगाया था कि भाजपा और सिंहदेव के बीच में समझौता हो गया है। जिसके कारण सिंहदेव भाजपा के प्रत्याशियों के सामने कांग्रेस के कमजोर प्रत्याशी उतार रहे हैं, जबकि भाजपा टीएस सिंह देव के सामने कमजोर प्रत्याशी उतारेगी। विधायक बृहस्पति सिंह के इस आरोप को सिंहदेव ने सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होने स्पष्ट किया कि कांग्रेस और भाजपा दोनों के सिद्धांत अलग-अलग हैं, ऐसे में सिद्धांतों को लेकर कोई समझौते वाली बात हो ही नहीं सकती और ना ही इसकी कोई गुंजाइश है।
वहीं बृहस्पति सिंह के हमलावर होने और गंभीर आरोप लगाने के सवाल पर सिंहदेव ने कहा कि वह उनकी बात सुनते ही नहीं, एक कान से सुनकर दूसरे कान से निकाल देते है। खैर सरगुजा संभाग में डिप्टी सीएम सिंहदेव और बृहस्पति सिंह के बीच का विवाद किसी से छिपा नही है। ऐसे में सरगुजा संभाग की सीटों पर पार्टी ने जिस तरह से टिकटों का वितरण कर सिटिंग एमएलए का टिकट काटा है, उससे स्पष्ट है कि टिकट वितरण में डिप्टी सीएम सिंहदेव की चली है। लेकिन टिकट वितरण और टिकट कटने को लेकर पार्टी में ही घमासान मचा हुआ है। ऐसे में कांग्रेस अब डैमेज कंट्रोल करने में जुट गयी है