कांग्रेस सरकार ने 18 महिलाओं को उतारा चुनावी मैदान में, छत्तीसगढ़ में आखिर क्यों महिलाओं पर खेला दांव
रायपुर: विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने कल अपनी आखिरी सूची जारी कर दी है। पार्टी ने आखिरी सूची में बची हुई 7 सीटों के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है, जिसमें 4 विधायकों की टिकट काट दी गई है। 90 सीटों के विधानसभा उम्मीदवारों की बात करें तो कांग्रेस ने इस बार 22 विधायकों की टिकट काट दी है और 18 महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा है। विधायकों की टिकट काटे जाने को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला का बड़ा बयान सामने आया है।
सुशील आनंद ने कहा ने कहा है कि विपक्ष बौखलाई हुई है, जिसके चलते आरोप लगा रही है। कार्यकर्ताओं की भूमिका तय करने का अधिकार कांग्रेस पार्टी को है, जो कार्यकर्ता की भूमिका में थे चुनाव लड़कर विधायक बनेंगे। बाकी नेताओं को भी अलग जिम्मेदारी दी गई है। जबकि भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं से बिना पूछे ही टिकट दे दिया है।
इससे पहले महिलाओं को टिकट देने के सवाल पर सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस ने 18 महिला प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है। ये कांग्रेस पार्टी में 50 फीसदी महिलाओं को आरक्षण दिए जाने के फैसले का ही परिणाम है।
वहीं, छत्तीसगढ़ में तीसरा मोर्चा बनकर उभरी नई पार्टी ‘हमर राज पार्टी’ के प्रत्याशियों की सूची जारी करने पर सुशील आनंद ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। अन्य दलों को भी चुनाव लड़ने का अधिकार है। यहां किसी अन्य दल का राजनीतिक वजूद नहीं है। भाजपा भी सरकार बनाने की लड़ाई में बहुत पिछड़ी है।